कांग्रेस रोहिंग्याओं का इस्तेमाल कर अपने साजिशाना एजेंडे पर काम करवाना चाहती थी : भाजपा
रायपुर, 16 मार्च (हि.स.)। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता केदारनाथ गुप्ता ने कहा किया है कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना में फर्जीवाड़ा करके कांग्रेस की पिछली भूपेश सरकार का मकसद सिर्फ भ्रष्टाचार ही नहीं था, बल्कि वह इसकी आड़ में टूलकिट के तौर पर रोहिंग्याओं को इस्तेमाल करके ऐसे तत्वों से अपने साजिशाना एजेंडे पर काम करवाना चाहती थी। गुप्ता ने इस पूरे मामले को बेहद गंभीर माना और कहा कि ऐसी और योजनाओं को भी जाँच के दायरे में लाकर पता लगाया जाना चाहिए कांग्रेस की पिछली सरकार ऐसे कितने बाहरी तत्वों को बदनीयती के साथ लाभ पहुंचाकर अपनी किन मंशाओं को पूरा कर रही थी?
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता श्री गुप्ता ने शनिवार को एकात्म परिसर स्थित भाजपा कार्यालय में पत्रकारों से चर्चा के दौरान कहा कि कांग्रेस पार्टी का डीएनए हमेशा भ्रष्टाचार से परिपूर्ण रहा है। छत्तीसगढ़ में भी पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सरकार ने ऐसे ही कुछ कारनामे अपने शासनकाल में किए हैं जो अब धीरे-धीरे खुलते चले जा रहे हैं। श्री गुप्ता ने कहा कि भावनात्मक और आध्यात्मिक रूप से जिन विषयों को छुआ, उसी में उन्होंने घोटाले और भ्रष्टाचार किए। बहला-फुसलाकर अपनी गोद में उठाकर और उन्हीं के साथ घोटाले करके छत्तीसगढ़वासियों के साथ, किसान, मजदूर, महतारी, नौजवानों के साथ कांग्रेस पार्टी ने खुला छल किया। श्री गुप्ता ने कहा कि सबको पता है कि बेमेतरा जिले के बारगांव में किसान सम्मान निधि योजना के लिए 1456 किसान पात्र के तौर पर रजिस्टर्ड किए गए थे। उन सबके खातों में राशि आ गई। जब प्रारंभिक आशंका हुई और भाजपा कार्यकर्ताओं ने इसकी जांच प्रारंभ की तब 854 ऐसे खाते मिले जो उस गांव के रहने वाले नहीं हैं। उनके नाम कोई जमीन ही नहीं है, न खेती है और न ही उनका वहां पर कोई निवास है। इन 854 खातों का रजिस्ट्रेशन कांग्रेस के शासनकाल में हुआ। 854 अपात्र ऐसे हैं, जो ज्यादातर पश्चिम बंगाल से हैं।
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता गुप्ता ने कहा कि सबसे बड़ा प्रश्न यह है कि छत्तीसगढ़ियावाद की बात करने वाले छत्तीसगढ़ महतारी की मूर्ति लगाकर उसे पूजने का ढोंग करने वाली कांग्रेस सरकार छत्तीसगढ़ के किसानों के हिस्से में जो पैसा आने वाला है, उनके लिए इतना बड़ा षड्यंत्र कर रही है। 854 बचत खातों का नंबर, उसकी पासबुक होना, 854 लोगों से संपर्क होना गंभीर विषय है। गुप्ता ने सवाल दागा कि जो पश्चिम बंगाल, मध्यप्रदेश, हरियाणा के हैं, ऐसे लोगों से कांग्रेसियों ने संपर्क कैसे किया? किस आधार पर और क्यों ऐसे लोगों से संपर्क किया? क्या किसी के भी पास किसी का सेविंग अकाउंट नंबर हो सकता है? ऐसे लोगों के साथ कांग्रेसियों ने लिंक क्यों रखा है? क्या ऐसे लोग छत्तीसगढ़ में आकर कोई अपराध करके भाग नहीं सकते हैं? ऐसे लोगों को यहां क्यों बुलाया जाता है? आखिर इसका सत्यापन करने के लिए कभी-न-कभी तो यहां आए होंगे और आए होंगे तो इन्हें किसने बुलाया? किसके कहने पर बुलाया? गुप्ता ने कहा कि यह मामला ऐसा है जो छत्तीसगढ़ की फिजा को खराब करने वाला है।
गुप्ता ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री बघेल प्रदेश को इस बात का जवाब दें कि उन्होंने ऐसी और कौन-कौन-सी योजनाओं का लाभ अंदरखाने रोहिंग्याओं को दिया? प्रदेश के बाहर के लोगों को ऐसी कितनी योजनाओं का लाभ दिया गया है और किसलिए दिया है? ऐसे तत्व यहाँ क्या काम करते थे? आखिर वह यहाँ पर क्यों आते थे? श्री गुप्ता ने यह भी जानना चाहा कि क्या इसमें कांग्रेस सरकार की बदनीयती की बू नहीं आती कि आपराधिक षड्यंत्र को अगर अंजाम देने इन लोगों के साथ कनेक्शन करके देश में कहीं भी मोबिलाइज किया जा सकता है। श्री गुप्ता ने आशंका जताई कि पूरे देश में कांग्रेस पार्टी का इससे जुड़ा बहुत बड़ा नेटवर्क हो सकता है। भाजपा की सरकार ने इस पर संज्ञान लेकर जाँच कर रही है। इस मौके पर मीडिया पैनलिस्ट सुनील चौधरी भी उपस्थित थे।
हिन्दुस्थान समाचार /केशव शर्मा