पितृ दोष निवारण के लिए हुई सामूहिक शांति पूजा

 


विप्र विद्वत परिषद धमतरी का आयोजन

धमतरी, 10 मार्च (हि.स.)। पितृ दोष के निवारण के लिए रविवार 10 मार्च को ग्राम रुद्री स्थित महानदी तट पर शांति पूजन हुआ। वित्र विद्वत परिषद के पंडितों की अगुवाई में आयोजित इस पितृदोष निवारण पूजन में 11 यजमानों के लिए पितृदोष निवारण पर शांति पूजा की गई। पूजन में सभी धमतरी, कुरुद, बिरेझर, भिलाई लोहरसी, अछोटा, गोकुलपुर वाटिका से आए थे। धमतरी में शांति पूजन विगत आठ वर्षों से जनकल्याण लोक कल्याण व विश्व शांति के लिए पूजन संपन्न हो रहा है

रुद्रेश्वर घाट में परिषद के अध्यक्ष पंडित अशोक शास्त्री, पंडित होमन प्रसाद शास्त्री, पंडित महेश शास्त्री, पंडित घनश्याम द्विवेदी, पंडित राजकुमार तिवारी, पंडित अयोध्या पांडेय, पंडित श्रीकांत तिवारी, पंडित गोपाल जोशी, पंडित नरेश दीवान, पंडित रामशरण मिश्रा, पंडित राजेश दुबे, पंडित जनक प्रसाद दुबे, पंडित मनीष चौबे, पंडित दीनानाथ पांडेय सहित परिषद के सदस्य की अगुवाई में गृह शांति और पित्र दोष के निवारण को लेकर हवन- पूजन प्रारंभ हुआ। वैदिक मंत्रोचार के साथ अक्षत धूप और अन्य पूजन सामग्री के साथ सभी यजमानों का पित्र दोष दूर किया गया। इस आयोजन में धमतरी शहर के अलावा अन्य स्थानों से लोग पहुंचे।

गृह शांति के लिए की जाती है पूजा

पंडित राजकुमार तिवारी ने बताया कि ग्रहों की सही दिशा ना होने से जातक के ऊपर पितृ दोष हो जाता है। इसके निवारण के लिए पितृदोष की विधिवत पूजा अर्चना करनी पड़ती है। समय पर विवाह न होना, विवाह में देरी, रिश्ता टूटना, संतान की प्राप्ति न होना, कोई भी कार्य समय पर ना होना, घर में अशांति, चिड़चिड़ापन, डरावने सपने बार बार आना, घर में शोक होना यह सब पितृदोष के लक्षण हैं। इनके निराकरण के लिए ही पित्र दोष पूजन किया जाता है।

हिन्दुस्थान समाचार/ रोशन सिन्हा