ईसाई समाज ने ईस्टर संडे मनाया

 




धमतरी, 31 मार्च (हि.स.)। विश्व में ईसाई समुदाय द्वारा 31 मार्च रविवार के दिन को ईस्टर संडे के रूप में मनाया गया। समाज के लोगों का मानना है कि यीशु मसीह मरकर तीन दिनों पश्चात आज के दिन ही जीवित हुए थे। इस संबंध में मुख्य वक्ता शांति रावटे रायपुर ने सुंदरगंज मेनोनाइट चर्च में विस्तृत रूप से उपदेश दिया। उन्होंने कहा कि आज के दिन सुबह भोर को जिनके प्रियजनों की मृत्यु हो गई है। उनको यादकर लोग कब्रस्तान जाते हैं तथा वहां उनके कब्र पर पर फूल माला, मोमबत्ती, अगरबत्ती जलाकर उनको स्मरण करते हैं। ईस्टर की आराधना चर्च में सुबह 9.30 बजे प्रारंभ हुई। प्रथम कवायर टीम ने गीत गया। पुलपिट पर सेवक एससी खृष्टि, सेवक अनिल राघवा, सेवक किरण जानसन, सेविका थेलमा मेहतो, सेविका शैलजा सोनवानी, पास्टर दीपक मसीह तथा सेविका नेताम उपस्थित थे। इस मौके पर चर्च में डा नीरज नेताम, डा एस पटौन्दा, डा मलागर, पादरी डायमंड फिलिस, नगर निगम के सभापति अनुराग मसीह, पार्षद सरिता असाई, पादरी पीके सिंग, कल्याण मसीह, बालेस चरण, पूर्व पार्षद योगेश लाल, स्वयनिल सोनवानी, डा विनेश विक्टर, सपना पाल, अमित नाथ, संगीता नाथ, राकेश सालोमन, राघवा, भावना वानी, आर पीटर, फितेश लाल, सुनील मसीह, नितेश बेथे, अमन मिर्जा, संजूलाल, प्रणय लाल, अभिषेक मिर्जा, मिकेश मसीह, मार्विल चरण, राबिन लाल, आकाश लाल, शनिलाल, प्रणय तिवारी, राजेश मसीह समेत बड़ी संख्या में ईसाई समाज के लोग उपस्थित थे।

हिन्दुस्थान समाचार/ रोशन सिन्हा