मुख्य न्यायाधीश ने प्रकरणों के सत्यापन कार्य का किया निरीक्षण
रायपुर, 14 मई (हि.स.)।ग्रीष्मकालीन अवकाश के दौरानआज मंगलवार को छत्तीसगढ़ हाई कोर्ट बिलासपुर के मुख्य न्यायाधीश रमेश सिन्हा द्वारा अपने न्यायालय में सूचीबद्ध प्रकरणों में सुनवाई करने के पश्चात् ज्यूडिशियल शाखाओं में चल रहे प्रकरणों के सत्यापन कार्य का निरीक्षण किया गया।
उल्लेखनीय है कि उच्चतम् न्यायालय के निर्देशानुसार औचित्यहीन लंबित प्रकरणों को चिन्हांकित करने की प्रणाली विकसित किया जाना है जिससे ऐसे उपरोक्त चिन्हांकित लंबित प्रकरणों को सुनवाई पश्चात् निराकृत किया जा सके।मुख्य न्यायाधीश रमेश सिन्हा के निर्देशानुसार रिट, क्रिमिनल अपील, क्रिमिनल रिवीजन, अवमानना प्रकरणों एवं अन्य प्रकरणों में औचित्यहीन लंबित प्रकरणों की सूची ज्यूडिशियल ऑफिसर एवं उच्च न्यायालय के अधिकारियों एवं कर्मचारियों द्वारा किया जा रहा है।
उपरोक्त कार्य का निरीक्षण करने हेतु मुख्य न्यायाधीश प्रत्येक शाखा में गये तथा सत्यापित किये गये प्रकरणों की जांच की। उन्होंने रजिस्ट्रार जनरल एवं रजिस्ट्रार ज्यूडिशियल को निर्देशित किया कि प्रतिदिन शाखाओं में चल रहे सत्यापन कार्य की जांच करें एवं उसकी रिपोर्ट उनके समक्ष प्रस्तुत की जाए।
छत्तीसगढ़ हाई कोर्ट के रजिस्ट्रार जनरल द्वारा जारी अधिसूचना में कहा गया है कि ग्रीष्मकालीन अवकाश के दिनों में छत्तीसगढ़ हाई कोर्ट की रजिस्ट्री में नियमित कामकाज होगा। इस दौरान अधिवक्ता नई याचिका दायर कर सकेंगे।
अतिआवश्यक मामलों की सुनवाई के लिए अवकाश के दिनों में विशेष बेंच का गठन कर प्रकरणों की सुनवाई की जा सकेगी। ग्रीष्मकालीन अवकाश के दौरान सोमवार व शुक्रवार को अवकाशकालीन बेंच का गठन किया गया है।
हिन्दुस्थान समाचार / केशव शर्मा