छत्तीसगढ़ में बाघों की संख्या 19 से घटकर 17 हुई
रायपुर, 29 जुलाई (हि.स.)। नेशनल टाइगर कंजर्वेशन अथारिटी (एनटीसीए) की रिपोर्ट 2022 के अनुसार छत्तीसगढ़ में बाघों की संख्या 19 से घटकर 17 हो गई है। वन विभाग ने बाघों की संख्या बढ़ाने के लिए अब मिशन मोड पर काम करने की बात कही है। छत्तीसगढ़ में बाघों का कुनबा बढ़ाने के लिए मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र से बाघ लाए जाएंगे।
उल्लेखनीय है कि वर्ष 2014 में प्रदेश में 46 बाघ हुआ करते थे, मगर 2018 की गणना में बाघों की संख्या घटकर सिर्फ 19 रह गई थी। रिपोर्ट 2022 के अनुसार बाघों की संख्या 17 हो गई इस बार अधिकारियों को उम्मीद थी कि बाघों की संख्या बढ़ेगी, मगर निराशा ही हाथ लगी।
छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा पिछले 3 सालों में 19 बाघों बाघों की संख्या संरक्षण के लिए लगभग 184 करोड़ से अधिक की राशि खर्च की गई है।बावजूद इसके प्रदेश में बाघों की संख्या में बढ़ोतरी नहीं हुई है।हर साल एक बाघ पर करोड़ों रुपये का खर्च आ रहा है। एनटीसीए हर चार वर्ष में बाघों की संख्या का सर्वेक्षण कर रिपोर्ट जारी करता है। पिछले वर्षों के आंकड़ों का देखें तो प्रदेश में बाघों की संख्या निरंतर कम हो रही है।
हिन्दुस्थान समाचार /केशव शर्मा/प्रभात