छत्तीसगढ़ में भाजपा ने 8 सीटों पर विजय हासिल की,दो सीटों पर आगे
रायपुर, 4 जून (हि.स.)।छत्तीसगढ़ में भाजपा ने जहां 8 सीटों पर विजय हासिल कर चुकी है,वहीं दो सीटों पर वह आगे है। हाई प्रोफाइल सीट राजनांदगांव पर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल चुनाव हार गए हैं। भूपेश बघेल को संतोष पांडेय ने हराया है।
जुझारू नेता एवं संघ की पृष्ठ्भूमि वाले संतोष पांडे लगातार राजनंदगांव सीट पर सक्रिय रहे हैं।छत्तीसगढ़ की राजनांदगांव लोकसभा सीट से भाजपा के संतोष पांडेय ने कांग्रेस प्रत्याशी भूपेश बघेल को 44635 वोटों से हराया है। संतोष पांडेय को 7 लाख 05 हजार 761 वोट मिले, वहीं पूर्व सीएम भूपेश बघेल को 6 लाख 61 हजार 126 वोट मिले हैं।
छत्तीसगढ़ में चुनाव में तीन सांसद ,एक पूर्व सांसद ,एक कैबिनेट मंत्री,तीन पूर्व कैबिनेट मंत्री विधायक,पूर्व विधायक सहित 220 प्रत्याशी मैदान में रहे । इसमें तीनों पूर्व मंत्री (कांग्रेस )चुनाव हार गए।
भाजपा ने सरगुजा लोकसभा की सीट जीत ली है। चिंतामणि महाराज संत गहिरा गुरु के बेटे हैं। वो लंबे वक्त से सक्रिय राजनीति में रहे हैं। 2018 विधानसभा चुनाव में वो सामरी से कांग्रेस के टिकट पर विधायक भी चुने जा चुके हैं।विधानसभा चुनाव के दौरान टिकट नहीं मिलने के बाद से उन्होंने पलटी मारी और चुनाव से ठीक पहले भाजपा में शामिल हो गए। चिंतामणि महाराज ने 64582 मतों से शशि सिंह को शिकस्त दी।
दुर्ग लोकसभा सीट से विजय बघेल ने जीत दर्ज की है।विजय बघेल ने कांग्रेस के राजेंद्र साहू को हराया।विजय बघेल पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के भतीजे हैं।विधानसभा चुनाव में विजय बघेल ने चाचा भूपेश बघेल के खिलाफ चुनाव लड़ा था ।विधानसभा चुनाव में वे पराजित हुए थे। विधानसभा में हार के बावजूद विजय बघेल पर पार्टी ने भरोसा जताया और उनको लोकसभा चुनाव का टिकट दिया। विजय बघेल ओबीसी कोटे से आते हैं।
रायगढ़ लोकसभा सीट से भाजपा के राधेश्याम राठिया ने जीत दर्ज की है।भाजपा प्रत्याशी राधेश्याम राठिया ने दो लाख से ज्यादा वोटों से कांग्रेस प्रत्याशी डाॅ. मेनका सिंह को पछाड़ा है।राधेश्याम राठिया की छवि एक जुझारु नेता की शुरु से रही है। क्षेत्र में उनकी छवि भाजपा के दिग्गज नेता के रुप में की जाती है।राधेश्याम राठिया 90 के दशक से भारतीय जनता से पार्टी से जुड़े हैं। राधेश्याम राठिया ने अपनी राजनीति की शुरुआत उप सरपंच के पद से चुनाव जीतकर की थी।
जांजगीर चांपा लोकसभा सीट से भाजपा की कमलेश जांगड़े चुनाव जीत गईं ।कमलेश जांगड़े ने कांग्रेस प्रत्याशी पूर्व मंत्री शिव कुमार डहरिया को 20 वें राउंड की गिनती के बाद हराया।छत्तीसगढ़ की एक मात्र अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित जांजगीर लोकसभा सीट पर भाजपा प्रत्याशी कमलेश जांगड़े ने करीब 60 हजार से ज्यादा वोटों से जीत दर्ज की है। कमलेश जांगड़े को 6 लाख 60 हजार 262 वोट मिले। संघ की पृष्ठभूमि से जुड़ी तेज तर्रार महिला नेता कमलेश जांगड़े भारतीय जनता पार्टी में लंबे वक्त से कई पदों पर काम कर चुकी हैं। जांगड़े जांजगीर चांपा जिले की जिला उपाध्यक्ष भी रह चुकी हैं।इससे पहले 2019 के आम चुनाव में भाजपा के प्रत्याशी गुहाराम अजगले ने पिछले चुनाव में 83,255 मतों के अंतर से जीत दर्ज किया था। उन्हें 5,72,790 वोट मिले थे। गुहाराम अजगले ने कांग्रेस के उम्मीदवार रवि भारद्वाज को हराया था जिन्हें 4,89,535 वोट मिले थे ।
कोरबा लोकसभा सीट से कांग्रेस की ज्योत्सना महंत चुनाव जीत गई हैं।ज्योत्सना महंत ने भाजपा की पूर्व राज्यसभा सांसद की तेज तर्रार नेता सरोज पांडेय को हराया है।ज्योत्सना महंत इसके पहले के कार्यकाल में सांसद थी।ज्योत्सना महंत 2019 में पहली बार कोरबा लोकसभा सीट से सांसद चुनी गई । मोदी लहर में भी वो कोरबा सीट से जीत दर्ज करने में सफल रहीं।ज्योत्सना महंत के पति नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत इससे पहले इस सीट से सांसद रह चुके हैं।
महासमुंद लोकसभा सीट से भाजपा की रुप कुमारी चौधरी ने जीत दर्ज की है। रुप कुमारी चौधरी ने कांग्रेस के दिग्गज नेता पूर्व मंत्री ताम्रध्वज साहू को 1.45 लाख वोट से परास्त किया है।रुप कुमारी चौधरी भारतीय जनता पार्टी में वर्ष 2015 से लेकर 2018 तक संसदीय सचिव रहीं। विधायक बनने से पहले वो जिला पंचायत की सदस्य रहीं। रुप कुमारी चौधरी बसना विधानसभा सीट से विधायक भी रह चुकी हैं।
रायपुर लोकसभा सीट से भाजपा के बृजमोहन अग्रवाल ने बड़े अंतर से कांग्रेस के विकास उपाध्याय को हरा दिया।रायपुर दक्षिण सीट से 8 बार भाजपा के टिकट पर विधायक रह चुके बृजमोहन अग्रवाल पटवा सरकार में भी मंत्री रह चुके हैं।राजनीति के अजेय योद्धा माने जाने वाले बृजमोहन रमन सिंह के 15 सालों के शासन काल में मंत्री रह चुके हैं।कॉलेज के शुरुआती दिनों से ही वो अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के सदस्य रहे हैं। बृजमोहन अग्रवाल एकमात्र ऐसे नेता हैं जो पांच बार विधायक एक ही सीट से चुने जा चुके हैं।
छत्तीसगढ़ में बस्तर लोकसभा सीट पर भाजपा से महेश कश्यप ने कांग्रेस के प्रत्याशी कवासी लखमा को 55245 वोटों से हराया है। बीजेपी से महेश कश्यप को 458398 वोट मिले, वहीं कवासी लखमा को 4 लाख 3 हजार 153 वोट मिले।संघ की पहली पंसद महेश कश्यप पार्टी के लिए ग्रास रुट लेवल से लेकर पंचायत स्तर तक काम किया। बस्तर में पार्टी को खड़ा करने के लिए सालों तक कड़ी मेहनत की।नक्सली खतरे के बीच पार्टी का झंडा बस्तर में सालों तक बुलंद किया।
कांकेर लोकसभा सीट पर भाजपा प्रत्याशी भोजराज नाग ने जबरदस्त जीत हासिल की है।उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी बीरेश ठाकुर को मात दी है। भोजराज नाग ने लगभग 1884 वोटों से जीत हासिल की है।
हिन्दुस्थान समाचार /केशव शर्मा