बालको अस्पताल उत्कृष्ट उपचार सुविधा के साथ क्षेत्र में अग्रणी

 


कोरबा, 12 सितंबर (हि.स.)। वेदांता समूह की कंपनी भारत एल्यूमिनियम कंपनी लिमिटेड (बालको) ने अपने बालको अस्पताल में हाइड्रोसेफलस और फेकोइमल्सीफिकेशन के न्यूरोसर्जरी प्रक्रियाओं के लिए उन्नत चिकित्सा तकनीकों को शामिल किया है। ऐसे जटिल बीमारी के लिए अक्सर उन्नत देखभाल की आवश्यकता होती है जिसके लिए मरीज को उपचार के लिए शहर जाना पड़ता है। ये तकनीक अस्पताल की सेवा क्षमताओं को बढ़ाएँगी और समुदाय में उन्नत स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने के सहायक होंगी। हर साल बालको अस्पताल की कुशल चिकित्सा टीम छत्तीसगढ़ के कोरबा, रायगढ़, बिलासपुर और जांजगीर चांपा जिलों के 2,10,000 से अधिक रोगियों की सेवा करती है।

बालको अस्पताल के डॉक्टरों ने हाइड्रोसेफलस के लिए एक्सटर्नल वेंट्रिकुलर ड्रेन (ईवीडी) का उपयोग करके न्यूरोसर्जरी की। यह ऐसी स्थिति जिसमें मस्तिष्क की गुहाओं में तरल पदार्थ जमा होने से मस्तिष्क क्षति का कारण बन सकता है। फेकोइमल्सीफिकेशन एक मोतियाबिंद सर्जरी है जो दृष्टि स्पष्टता में तेज़ी से सुधार प्रदान करती है। यह तकनीक सटीक लेंस प्लेसमेंट की करता है, जिससे दृश्यता बहुत बेहतर होता है। पारंपरिक तरीकों की तुलना में पोस्ट-ऑपरेटिव देखभाल और रिकवरी समय को कम करता है, जिससे मरीज को बेहतर उपचार मिलता है।

फेकोएमल्सीफिकेशन एक आधुनिक, सिलाई-मुक्त मोतियाबिंद सर्जरी है जो दृष्टि स्पष्टता में तेजी से सुधार प्रदान करती है। यह तकनीक सटीक लेंस प्लेसमेंट की अनुमति देती है, जिससे दृश्य परिणाम काफी बेहतर होते हैं। इसके अलावा, यह पारंपरिक तरीकों की तुलना में पोस्ट-ऑपरेटिव देखभाल और रिकवरी के समय को कम करता है, जिससे रोगियों को तेज़ और अधिक कुशल उपचार मिलता है।

बालको अस्पताल ने आर्थ्रोप्लास्टी भी शुरू की है जो जोड़ों के प्रतिस्थापन पर केंद्रित एक उन्नत सर्जिकल प्रक्रिया है। इसका उद्देश्य गठिया, फ्रैक्चर या जोड़ों के अध:पतन जैसे जोड़ों के विकारों से पीड़ित रोगियों के लिए गतिशीलता तथा पुराने दर्द को कम करना है। इस तकनीक से क्षतिग्रस्त या घिसे हुए जोड़ों को कृत्रिम प्रत्यारोपण की सुविधा तथा रिकवरी समय काफी कम है। पूरी तरह से स्वचालित पैथोलॉजी विश्लेषक के जुड़ाव से निदान सटीकता बढ़ी है। इन सभी से मरीजों के परिणाम बेहतर तथा उपचार उचित तरीके से हो पाती है।

अस्पताल में चिकित्सा उपचार में नई तकनीक के प्रगति पर बात करते हुए बालको के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं निदेशक राजेश कुमार ने कहा कि बालको अस्पताल कोरबा में उन्नत उपचार विकल्प प्रदान कर रहा है जो स्थानीय समुदाय को उत्कृष्ट स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने के लिए बालको की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। बालको अस्पताल की यह प्रगति निरंतर हमारे किये गए प्रयासों को दर्शाती है कि उच्च गुणवत्ता वाली चिकित्सा देखभाल सभी के लिए सुलभ हो। यह तकनीकी पहल सामुदायिक स्वास्थ्य को बढ़ाने में हमारी भूमिका और मजबूत होगी।

बालको अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. विवेक सिन्हा ने स्वास्थ्य सेवा में अत्याधुनिक तकनीक के उपयोग पर कहा कि तकनीकी प्रगति ने बेहतर निदान प्रदान करने की हमारी क्षमता को काफी बढ़ाया है जो प्रभावी उपचार की आधारशिला है। इन नई क्षमताओं के साथ हमने अपनी स्वास्थ्य सुविधा का विस्तार किया है, जिससे हम समुदाय की सेवा करने तथा मरीजों के जीवन पर सार्थक प्रभाव डाल सकते हैं।

डॉ. प्रदीप त्रिपाठी द्वारा सफलतापूर्वक न्यूरोसर्जरी का इलाज करवाने वाले मरीज राम नाथ ने आभार व्यक्त करते हुए कहा कि मैं बालको अस्पताल के डॉक्टरों को उनकी असाधारण देखभाल और उपचार के लिए आभारी हूँ। सर्जरी के बाद की उनकी निरंतर जांच प्रतिक्रिया और देखभाल ने बहुत आराम दिया। मुझे किसी दूसरे शहर की यात्रा नहीं करनी पड़ी जो हमारे परिवार के लिए बेहद सुविधाजनक था। मैं अपनी रिकवरी के लिए उनकी विशेषज्ञता और अच्छे तरीके से ख्याल रखने का आभारी हूँ।सौ आधुनिक बेड से युक्त बालको अस्पताल कंपनी के कर्मचारियों एवं उनके परिवारजन और विभिन्न जिलों को स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने के लिए कटिबद्ध है। हमारी विशेषज्ञ की टीम है जिसमें सामान्य चिकित्सक, नेत्र रोग विशेषज्ञ, ईएनटी विशेषज्ञ, बाल रोग विशेषज्ञ, रेडियोलॉजिस्ट, एनेस्थेसियोलॉजिस्ट, फिजियोथेरेपिस्ट, दंत चिकित्सक, स्त्री रोग विशेषज्ञ और आर्थोपेडिक सर्जन के साथ 09 विजिटिंग कंसल्टेंट शामिल हैं। इसके साथ ही अस्पताल को 14 रेजिडेंट मेडिकल ऑफिसर, 60 नर्स और 113 स्टाफ सदस्यों का समर्थन प्राप्त है। नियमित जांच शिविर, जागरूकता शिविर आयोजित करने के साथ ही आयुष्मान भारत और सरकार द्वारा निर्धारित समस्त टीकाकरण कार्यक्रमों का अनुसरण बालको अस्पताल में किया जाता है।

हिन्दुस्थान समाचार / हरीश तिवारी