बाल विवाह रोकथाम हेतु जागरूकता पखवाड़ा 10 मई तक
बीजापुर, 25 अप्रैल(हि.स.)। जिले के कलेक्टर अनुराग पाण्डेय के निर्देशन में तथा जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग के मार्गदर्शन में जिले में 10 मई अक्षय तृतीय तक बाल विवाह को रोकने और बच्चों के अधिकारों की सुरक्षा के लिए बाल विवाह रोकथाम हेतु पखवाडा का आयोजन किया गया है।यह पखवाड़ा 25 अप्रैल से 10 मई तक चलेगा।
इस अभियान के अंतर्गत बाल विवाह को रोकने के लिए प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। अक्षय तृतीया के इस दिन बाल विवाह होने की काफी संभावना होती है। जिसे ध्यन में रखते हुए हम एक सकारात्मक संदेश के रूप में बीजापुर जिले को बाल विवाह मुक्त बनाने के प्रयासों का समर्थन करते हैं।
पखवाड़े में शामिल होने वाले कार्यक्रमों में रैली, दीवारों पर नारा लेखन, हाट बाजारों तथा भीड़-भाड़ वाले स्थानों में बाल विवाह के दुष्परिणामों के विषय में बिजादूतीर स्वयंसेवकों द्वारा लोगों को जागरूक किया जाएगा। बाल विवाह के दुष्परिणाम समाज के लिए एक महत्वपूर्ण समस्या है जो न केवल बच्चों के अधिकारों को नुकसान पहुंचाती है, बल्कि समाज की सामूहिक विकास को भी विघटित करती है।
पखवाड़ा के पहले दिन जिले में नारा लेखन के माध्यम से तथा सामुदायिक बैठक में माध्यम से बाल विवाह के दुष्परिणाम, शादी के लिए सही उम्र, बच्चों को चाइल्ड हेल्प लाइन नंबर 1098 की जानकारी तथा किशोर बालक बालिकाओ को बाल संरक्षण तंत्र से जोडऩे का प्रयास किया जा रहा है, ताकि जिले मे बाल विवाह को पूर्णत: समाप्त किया जा सके। बाल विवाह सम्बन्धी कोई भी सूचना प्राप्त होने पर तत्काल महिला एवं बाल विकास विभाग को सूचित 1098 पर कॉल कर या निकटतम आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, स्कूल के शिक्षक, सरपंच को दिया जा सकता है।
हिन्दुस्थान समाचार/ राकेश पांडे