फसल कटने के बाद स्लरी पाइप लाइन का काम जोर-शोर से हुआ शुरू

 


जगदलपुर, 16 नवंबर (हि.स.)। किरन्दुल से नगरनार स्टील प्लांट तक लौह अयस्क पहुंचाने स्लरी पाइपलाइन बिछायी जा रही है। इसके साथ ही कस्तूरी में लौह अयस्क को पैलेटाइजेशन करने के लिए 02 एमटीपीए का पैलेट प्लांट का निर्माण किया जा रहा है, जिसका निर्माण भी अब जोर-शोर से चल रहा है। उल्लेखनीय है कि नगरनार स्टील प्लांट के समीप कस्तूरी में निर्माणाधीन पैलेट प्लांट और नगरनार से किरन्दुल तक बिछायी जा रही स्लरी पाइप लाइन का काम हर हाल में 2024 में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। कई जगहों पर बाड़ी व खेतों से होकर पाइप लाइन गुजर रही है, इसके कारण बरसात में खेतों में फसल लगे होने के कारण काम ठप हो गया था, अब फसल कटने के बाद जोर-शोर से काम शुरू किया गया है।

उल्लेखनीय है कि किरन्दुल से नगरनार तक 15 एमटीपीए की स्लरी पाइपलाइन बिछायी जा रही है, जिसमें से कस्तूरी में 02 एमटीपीए लौह अयस्क को पैलेटाइजेशन किया जाएगा। इसके बाद शेष लौह अयस्क को विशाखापटनम तक परिवहन करने आगे फिर स्लरी पाइपलाइन का विस्तार किया जाएगा, लेकिन फिलहाल किरन्दुल से नगरनार तक ही पाइपलाइन बिछायी जा रही है। किरन्दुल से नगरनार तक तीन चरण में काम किया जा रहा है और पहले व दूसरे चरण में काफी काम हो चुका है। अब स्टील प्लांट में उत्पादन चल रहा है, इसके कारण पैलेट प्लांट और नगरनार से किरन्दुल तक स्लरी पाइपलाइन सड़क किनारे से गुजर रही है।

एनएमडीसी अधिकारियों से प्राप्त जानकारी के अनुसार वर्तमान में स्टील प्लांट में लौह अयस्क की आपूर्ति मालगाड़ी के माध्यम से की जा रही है। नगरनार स्टील प्लांट को प्रतिवर्ष करीब 10 मिलियन टन लौह अयस्क की जरूरत पड़ेगी। यही कारण है कि एनएमडीसी द्वारा रेललाइन के साथ-साथ स्लरी पाइप लाइन बिछायी जा रही है। प्लांट में दोनों ही परिवहन माध्यम से लौह अयस्क का परिवहन किया जाएगा। फिलहाल मालगाड़ी के माध्यम से ही लौह अयस्क की आपूर्ति की जा रही है। आमागुड़ा स्टेशन से लेकर स्टील प्लांट के भीतर तक करीब 52 किलोमीटर लंबी रेललाइन बिछाई गयी है। स्टील प्लांट के भीतर दर्जनभर साइडिंग का भी निर्माण किया गया है।

हिन्दुस्थान समाचार/राकेश पांडे