वाटर ट्रीटमेंट प्लांट में शार्ट सर्किट से तीन पैनल ब्लाॅस्ट, 40 वार्डों की जलापूर्ति ठप
धमतरी, 13 दिसंबर (हि.स.)। शहर के 40 वार्डों के घरों तक जलापूर्ति करने वाले नगर निगम के वाटर ट्रीटमेंट प्लांट में शनिवार सुबह बड़ा हादसा होते-होते टल गया। अचानक हुए शार्ट सर्किट से प्लांट के छह पैनलों में से तीन पैनल में तेज धुआं उठा और देखते ही देखते ब्लास्ट हो गया। घटना के वक्त पैनल के पास खड़ा निगम का एक कर्मचारी सतर्कता दिखाते हुए मौके से भागा, जिससे उसकी जान बच गई। इस आगजनी के बाद शहर की जलापूर्ति पूरी तरह बाधित हो गई है और सुधार कार्य के चलते आगामी तीन दिनों तक पानी की सप्लाई प्रभावित रहने की आशंका जताई जा रही है। बहरहाल शहरवासियों को जल्द से जल्द जलसंकट से राहत दिलाने निगम व्यवस्था बनाने में जुटा हुआ है।
जानकारी के अनुसार शनिवार सुबह नगर निगम के कर्मचारी नियमित जलापूर्ति की तैयारी कर रहे थे, तभी वाटर ट्रीटमेंट प्लांट के पैनलों में अचानक शार्ट सर्किट हुआ। पैनल ब्लास्ट होने से न केवल विद्युत व्यवस्था ध्वस्त हो गई, बल्कि पहले से ही खराब पड़ी मोटरों की समस्या और गंभीर हो गई। वर्तमान में केवल दो मोटर पंप ही चालू हालत में हैं, जिनकी क्षमता शहर की पूरी जलापूर्ति के लिए पर्याप्त नहीं है। परिणामस्वरूप 40 वार्डों में पानी की आपूर्ति ठप हो गई है और एक बार फिर पानी के लिए हाहाकार मचने की स्थिति बन रही है।
उल्लेखनीय है कि वाटर ट्रीटमेंट प्लांट में आए दिन मोटर जलने और तकनीकी खराबी की शिकायतें सामने आती रही हैं। इस बार स्थिति इसलिए भी गंभीर हो गई है क्योंकि दो दिन का अवकाश होने से मैकेनिक को रायपुर से बुलाने में समय लगेगा। वहीं, खराब पैनल और मोटरों की मरम्मत के लिए आवश्यक पार्ट्स की खरीद में भी अड़चन है, क्योंकि निगम अधिकारियों के पास तत्काल आर्थिक अधिकार नहीं हैं। ऐसे में सुधार कार्य में कम से कम तीन दिन लगने की संभावना जताई जा रही है। नगर निगम में प्रशासनिक अधिकारियों की अनुपस्थिति से हालात और बिगड़ते नजर आ रहे हैं।
आयुक्त प्रिया गोयल के अवकाश पर जाने के बाद शुक्रवार को महिला अपर कलेक्टर चार्ज लेने निगम कार्यालय पहुंची थीं, लेकिन बिना चार्ज लिए ही वापस लौट गईं। यदि विधिवत चार्ज ले लिया जाता तो संभवतः कई छोटे-छोटे कार्यों को गति मिल सकती थी। वर्तमान में निगम की व्यवस्था चरमराई हुई है और जनप्रतिनिधि भी असहाय नजर आ रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि शहर के 40 वाडों में पेयजल आपूर्ति के लिए लगभग 20 हजार 148 टेपनल कनेक्शन हैं, जिसमें से 12 हजार 637 भागीरथी टेपनल कनेक्शन हैं, जहां 1470 एमएलडी क्षमता वाले वाटर ट्रीटमेंट प्लांट से रोजाना प्रति व्यक्ति 114 लीटर पानी की आपूर्ति होती है। व्यवस्था दुरूस्त करने सात से अधिक टंकियां लगाई हैं। सात एमएलडी क्षमता का वाटर ट्रीटमेंट बनाया गया। शहर में 84 किमी पाइप लाइन बिछाई गई।
खराब मशीनों को सुधारने की तैयारी : उपायुक्त
नगर निगम के उपायुक्त पीसी सार्वा ने बताया कि वाटर ट्रीटमेंट प्लांट में शॉर्ट सर्किट से तीन पैनल जल गए हैं। फिलहाल दो मोटर पंप से सीमित मात्रा में पानी की सप्लाई की जाएगी, लेकिन सभी वार्डों तक पानी पहुंचा पाना मुश्किल होगा। खराब मशीनों की मरम्मत की तैयारी चल रही है और प्रयास किया जा रहा है कि जल्द से जल्द जलापूर्ति बहाल की जा सके। जहां आवश्यक होगा, वहां टैंकरों के माध्यम से पानी की व्यवस्था की जाएगी।
हिन्दुस्थान समाचार / रोशन सिन्हा