जगदलपुर : अबूझमाड़ नक्सल अभियान से लौटे 20 जवान मलेरिया पॉजिटिव पाए गए
जगदलपुर, 4 जुलाई (हि.स.)। बस्तर जिले में तैनात एसटीएफ के जवान विगत दिनों अबूझमाड़ इलाके में नक्सल अभियान में गये हुए थे। अभियान के दौरान अबूझमाड़ के जंगल में मच्छरों के काटने से एसटीएफ के 20 जवान मलेरिया पॉजिटिव पाए गए हैं, जिनका उपचार जगदलपुर के अस्पताल में चल रहा है, सभी जवानों की हालत खतरे से बाहर बतायी जा रही है। इसके अलावा बस्तर संभाग के सुकमा, दंतेवाड़ा, बीजापुर, नारायणपुर और कांकेर में भी नक्सल उन्मूलन अभियान से वापस लौटे कुछ जवान मलेरिया पॉजिटिव पाए गये हैं और उन जवानें का भी उपचार स्थानीय जिला अस्पताल में जारी है।
उल्लेखनीय है कि मानसून के बारिश के बाद बस्तर संभाग के जंगलों में खरपतवार उगने लगते हैं, जिसके साथ ही इन खरपतवार झाड़ियों में मलेरिया के मच्छर पनपते हैं, जिसका शिकार प्रतिवर्ष इस दौरान सुरक्षाबलों के जवान होते हैं, इस वर्ष भी यह सिलसिला जारी है। इस दौरान बस्तर संभाग के नक्सल प्रभावित इलाकों में तैनात सुरक्षाबलों के जवानों को नक्सलियों के साथ-साथ मलेरिया के मच्छरों से भी लड़ाई लड़नी पड़ती है।
बस्तर एसपी सलभ सिन्हा ने बताया कि मलेरिया से ग्रसित एसटीएफ के सभी जवान नारायणपुर जिले के अबूझमाड़ इलाके में नक्सल उन्मूलन अभियान में गये हुए थे। अभियान के दौरान अबूझमाड़ के जंगल में मच्छरों के काटने से जवान बीमार पड़ने लगे और मुख्यालय लौटने के बाद इन जवानों के मेडिकल जांच में लगभग 20 जवानों की रिपोर्ट में मलेरिया पॉजिटिव पाया गया, इनमें से तीन जवानों को डिस्चार्ज कर दिया गया है, जबकि अन्य जवानों का उपचार जारी है।
बस्तर आईजी सुंदरराज पी. ने बताया कि मानसून के दौरान बस्तर के नक्सल प्रभावित इलाकों के जंगलों में जवानों को खास सतर्कता बरतनी पड़ती है, हालांकि पिछले सालों की तुलना में मलेरिया से बचाव के लिए जवानों के द्वारा काफी सर्तकता बरती जा रही है। बावजूद इसके ऑपरेशन के दौरान जवानों को कई विषम परिस्थितियों से जूझना पड़ता है और ऐसे में मच्छरों के काटने से जवान बीमार पड़ रहे हैं। हालांकि नक्सल ऑपरेशन से लौटने के बाद इन जवानों का मेडिकल चेकअप किया जाता है, मलेरिया पॉजीटिव आने वाले जवानों को चिकित्सकों के निगरानी में रखकर उपचार किया जाता है। आईजी ने बताया कि लगातार जवानों को ऑपरेशन के दौरान सतर्कता बरतने की हिदायत दी जा रही है, वहीं मच्छरों से बचाव के लिए जरूरी दवाइयां और ऑडोमोस जैसी जरूरी चीजे अपने साथ रखने के लिए सख्त निर्देश दिए गए हैं।
हिन्दुस्थान समाचार/ राकेश पांडे