सभी महाविद्यालय में विशेष शिविर का लगाया जाना अनिवार्य - कुलपति
भागलपुर, 28 नवंबर (हि.स.)। तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई द्वारा मंगलवार को विश्वविद्यालय के सभागार में आगामी सात दिवसीय राष्ट्रीय सेवा योजना विशेष शिविर के लिए बैठक सह प्रशिक्षण का आयोजन किया गया।
इस कार्यक्रम में वर्चुअल माध्यम से जुड़कर संबोधित करते हुए कुलपति ने कहा कि सात दिवसीय विशेष शिविर राष्ट्रीय सेवा योजना का मूलभूत कार्यक्रम है और यह सभी महाविद्यालयों द्वारा किया जाना अनिवार्य है। उन्होंने अपने स्वयंसेवक जीवन के कार्यकाल को याद करते हुए उदाहरण देते हुए कहा कि राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवक स्वयंसेविकाएं अपने गोद लिए हुए गांव में जागरूकता के साथ-साथ स्वच्छता एवं छोटे स्तर पर छोटी संपत्तियों का सृजन भी कर सकते हैं जैसे कच्ची रोड आदि। उन्होंने यह भी कहा कि जिस भी महाविद्यालय का शिविर आयोजन सबसे अच्छा होगा उन्हें प्रतियोगिता के तौर पर अच्छे शिविर का पुरस्कार दिया जाएगा और कार्यक्रम पदाधिकारी वॉलिंटियर्स एवं प्राचार्य को सम्मानित किया जाएगा। इससे पूर्व उपस्थित सभी प्राचार्य एवं कार्यक्रम समन्वयक ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का
विधिवत उद्घाटन किया तत्पश्चात कुलगीत एवं लक्ष्य गीत अतिथियों के स्वागत एवं अतिथियों के स्वागत भाषण के पश्चात कार्यक्रम समन्वयक डॉक्टर राहुल कुमार ने राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम तथा साथ दिवसीय विशेष शिविर की रूपरेखा को प्रस्तुत किया। उसके बाद बारी-बारी से सभी प्राचार्य ने तथा अनुभव प्राप्त सभी कार्यक्रम पदाधिकारी ने अपने-अपने विचार रखे l किस कार्यक्रम में अंगभूत महाविद्यालय से जेपी नारायणपुर मुरारका कॉलेज सुल्तानगंज के तथा टीएनबी कॉलेज के प्राचार्य उपस्थित थे। जबकि कई महाविद्यालय जैसे एमएएम कॉलेज नवगछिया, एसएसवी कॉलेज कहलगांव आदि के प्रतिनिधि शिक्षक उपस्थित थे। जबकि एफिलिएटिड एवं बीएड कॉलेज की बात करें तो पूरनमल बाजोरिया, भूषिया रजोंन, शंभूगंज बांका, तारर कॉलेज तारर, बी एल एस नवगछिया आदि के प्राचार्य भी उपस्थित थे।
इस अवसर पर उपस्थित डॉक्टर राहुल कुमार ने कहा कि राष्ट्रीय सेवा योजना भारत सरकार के युवा मामले खेल मंत्रालय के अधीन संचालित एक कार्यक्रम है। जिसका संचालन राष्ट्रीय सेवा योजना की मैनुअल के अनुसार होता है तथा उसे मैनुअल के अनुसार प्रतिवर्ष राष्ट्रीय सेवा योजना विशेष शिविर से पूर्व ग्रुप लीडर्स के लिए उन्मुखीकरण कार्यक्रम आवश्यक है। उसी कड़ी में यह कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर संबोधित करते हुए कुलपति ने कार्यक्रम समन्वय को निर्देशित किया कि जिस भी किसी महाविद्यालय के प्राचार्य या कार्यक्रम पदाधिकारी नहीं आए हैं उनके लिए एक रिपोर्ट प्रस्तुत करें ताकि उनसे कारण बताओ विश्वविद्यालय स्तर से पूछा जा सके।
हिन्दुस्थान समाचार/बिजय/चंदा