सत्रह हजार किमी पैदल चलने वाले अविनाश गंगा जल लेकर निकले अयोध्या
पूर्णिया, 7 जनवरी (हि. स.)।17000 किलोमीटर चलकर 12 ज्योतिर्लिंग और चारों धाम की यात्रा करने वाले अविनाश मिश्रा जो पूर्णिया सरसी के रहने वाले हैं दो दिन पहले मनिहारी से गंगाजल लेकर अयोध्या के लिए पैदल यात्रा पर निकले हैं। प्रतिदिन 50 किलोमीटर चलकर उनका 22 जनवरी को अयोध्या पहुंचने का कार्यक्रम है। अभी लगभग 6:00 बजे के बीच वह रजनी चौक पहुंचें जहां श्री राम सेवा संघ के कार्यकर्ताओं ने रजनी चौक स्थित काली मंदिर में उनका स्वागत किया। जय श्री राम के नारे लगे और काली मां मंदिर के पुजारी शशि महाराज जी द्वारा पूजा करवाया गया।फिर वहां से श्री राम सेवा संघ कार्यालय आए।
मनिहारी घाट गंगा नदी से पांच जनवरी को जल उठाकर हौसलागंज में रुके।फिर छह जनवरी को कटिहार में रुके।आज सात जनवरी को पूर्णिया आ गए। आठ जनवरी को 35 किलोमीटर चलकर बहोरा रुकेंगे और नौ जनवरी को फारबिसगंज रुकेंगे।फिर लगातार पचास किलोमीटर चलते रहेंगे प्रतिदिन।
इन्होंने बताया की सीता मिथिला के बेटी है इसलिए खाली हाथ नहीं जा रहा हूं।मिथिला से गंगाजल लेकर जा रहा हूं जिस गंगा जल को राम जी के चौकठ पर अर्पित करूंगा।
इस मौके पर श्रीराम सेवा संघ के संयोजक राणा प्रताप सिंह ने उन्हें बधाई दिया और कहा की श्री राम सेवा संघ के सारे सदस्य एवं सारे पूर्णिया वासी अविनाश मिश्रा जी पर गर्व करते हैं कि उन्होंने यह तय किया है कि 22 जनवरी अयोध्या में जल अर्पित करेंगे। श्री रामचंद्र भगवान को हम सभी सनातनियों को भाई अविनाश मिश्रा जी पर गर्व है। उन्होंने कहा कि अविनाश मिश्रा जी को आज पूर्णिया में ही रुकने का व्यवस्था किया गया है इस दौरान हमारे साथ नहीं भाई इनकी नियंत्रण देखभाल करेंगे।
अनंत भारती जो मौके पर उपस्थित थे उन्होंने कहा कि हमारा धर्म हमें प्रेरित करता है कि हम अपने पूज्य और आराध्य को समर्पित रहे एवं विश्व कल्याण, मानव कल्याण के लिए हमेशा सोचते रहे। अविनाश मिश्रा जी को समूचे सनातनी समाज की ओर से मैं बधाई देता हूं तथा आशा करता हूं कि 22 तारीख को पहुंचकर या अपने धर्म यात्रा को सफल करें।
हिन्दुस्थान सामाचार/नंदकिशोर/चंदा