राष्ट्रीय शिक्षा दिवस का आयोजन, विजेताओं को किया गया पुरस्कृत
भागलपुर, 11 नवंबर (हि.स.)। गांधी शांति प्रतिष्ठान आंगिक संपर्क और खुदाई खिदमतगार के संयुक्त तत्वाधान में शनिवार को राष्ट्रीय शिक्षा दिवस का आयोजन प्रकाश चंद्र गुप्ता की अध्यक्षता में किया गया। यह कार्यक्रम देश के प्रथम शिक्षा मंत्री मौलाना अबुल कलाम आजाद की जयंती के अवसर पर किया जाता है।
भारत रत्न मौलाना अबुल कलाम आजाद का जीवन वृतांत राजनीतिक सूझबूझ शिक्षा दीक्षा के साथ-साथ उनका साहित्य प्रेम धार्मिक सहिष्णुता और राष्ट्र प्रेम प्रत्येक मनुष्य के लिए और प्रत्येक भारतीय के लिए अनुकरणीय है। वह आजाद भारत के लगातार 11 वर्षों तक शिक्षा मंत्री रहे। जिन्होंने सत्य अहिंसा प्रेम की मार्ग पर चलकर गांधी के पक्के अनुयाई और राष्ट्रीय एकता को के बल पर हमारा मार्ग प्रशस्त किया। हम उनके विचारों को फैलाए यही सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मोहम्मद एनुल हुदा थे। संचालन मोहम्मद शाहबाज और धन्यवाद ज्ञापन वासुदेव भाई द्वारा किया गया। इस अवसर पर विभिन्न विद्यालयों में आयोजित प्रतियोगिता के विजेता प्रतिभागियों को पुरस्कार और प्रमाण पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया। विचार व्यक्त करते हुए इंजीनियर अमन कुमार सिन्हा ने कहा कि शिक्षा एक ऐसा धन है जिसे कोई चोर नहीं चुरा सकता और यह एक ऐसा धन है कि जिसे जितना खर्च किया जाए उतना ही अधिक बढ़ता है।
इस अवसर पर सामाजिक क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले प्रमुख व्यक्तियों में प्रकाश चंद्र गुप्ता, इंजीनियर अमन कुमार सिन्हा, वासुदेव भाई, संजय कुमार और मोहम्मद शाहबाज को विशेष रूप से सम्मानित किया गया। सभा में डॉक्टर हबीब मुर्शिद, वीणा सिन्हा, संजय कुमार, मोहम्मद फारूक, प्रोफेसर कामरान, मोहम्मद नसीम तौहीद सहित विभिन्न स्कूलों के शिक्षक और अभिभावक उपस्थित थे।
हिन्दुस्थान समाचार/बिजय/चंदा