मानसिक शांति और संतुलन को बढ़ावा देता है योग : रितिका

 


भागलपुर, 06 अगस्त (हि.स.)। मानसिक तनाव दुर्भाग्य से कई लोगों के जीवन का नियमित हिस्सा बन गया है। तनाव काम, रिश्ते और वित्तीय समस्याओं सहित विभिन्न माध्यमों से आ सकता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, तनाव इक्कीसवीं सदी की सबसे खराब स्वास्थ्य महामारी है। तनाव तन एवं मन दोनों पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है। उक्त आशय की जानकारी योग शिक्षिका रितिका केसर ने दी।

उन्होंने बताया कि मानसिक तनाव प्रबंधन में योगाभ्यास की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण है। योगाभ्यास न केवल शारीरिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाता है, बल्कि मानसिक शांति और संतुलन को भी बढ़ावा देता है। योग का अभ्यास तनाव के स्तर को कम करने और विश्राम को बढ़ावा देने में मदद करता है। मानसिक तनाव प्रबंधन में योगाभ्यास से शारीरिक एवं मानसिक स्वास्थ्य में सकारात्मक सुधार, शारीरिक और मानसिक संतुलन में सकारात्मक सुधार, मन, शरीर और आत्मा के बीच एक संबंध का निर्माण, मानसिक शांति और एकाग्रता का बढ़ाना और अनिद्रा की समस्या दूर होती है। तनाव को कम करने एवं और शरीर को आराम देने के लिए अनुलोम-विलोम, भ्रामरी, सुखासन, बालासन, शवासन और उत्तानासन चिंता, तनाव, उदासी, मानसिक अशांति जैसी समस्याओं को दूर करता है।

उन्होंने बताया कि मानसिक तनाव प्रबंधन और योगाभ्यास के माध्यम से हम अपने मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को बेहतर बना सकते हैं। संतुलित आहार, नियमित व्यायाम, पर्याप्त नींद, और समय प्रबंधन के साथ योगाभ्यास को शामिल करने से मानसिक तनाव को प्रभावी ढंग से प्रबंधित किया जा सकता है। योग का नियमित अभ्यास शरीर में तनाव को दूर करने में मदद कर सकता है। फिर भी, इसे चिकित्सा या फिर दवा के बदले आजमाना उचित नहीं है, क्योंकि योगाभ्यास के परिणाम एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में भिन्न हो सकते हैं।

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हिन्दुस्थान समाचार / बिजय शंकर / गोविंद चौधरी