बच्चों की सुरक्षा और भविष्य की रक्षा के सवाल पर सेमिनार आयोजित

 




भागलपुर, 28 दिसंबर (हि.स.)। कला केंद्र भागलपुर में गुरुवार को बच्चों की सुरक्षा और भविष्य की रक्षा के सवाल के पर सेमिनार का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि बिहार राज्य बाल श्रमिक आयोग अध्यक्ष डॉ चक्रपाणि हिमांशु थे।

मौके पर डॉ चक्रपाणि हिमांशु ने कहा कि बाल श्रम होने से बच्चों की शिक्षा, स्वास्थ्य, बचपन एवं जीने की आजादी खत्म होती है। बिहार सरकार लगातार बच्चों की सुरक्षा एवं भविष्य के लिए काम कर रही है। शिक्षा एक मौलिक अधिकार है। लोगों को सरकार की योजनाओं के बारे में बताने की जरूरत हैl बाल श्रम रोकने के लिए जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। जब तक अभिभावकों की स्थिति अच्छी नहीं होगी तब तक बाल श्रम पर रोक नहीं लगा लगाया जा सकता हैl श्रम संसाधन विभाग में मात्र रजिस्ट्रेशन 50 रुपया में करने से सरकार उसे जन्म से मृत्यु तक का लाभ देती है।

प्रोफेसर योगेंद्र महतो ने कहा कि इस देश में समान शिक्षा एवं स्वास्थ्य व्यवस्था हो। पहले बच्चे माता-पिता के साथ श्रम एवं शिक्षा पाया करते थेl बच्चों को मजदूरी नहीं करने दें। उसके सपने के साथ जीने दें। इस देश में रोज 500 बच्चे आत्महत्या का शिकार हो रहे हैं। वर्धा विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति मनोज कुमार ने कहा कि बच्चों को आगे बढ़ाने के लिए गांव-गांव जाकर बाल श्रम के विरुद्ध जागरूकता अभियान चलाया जाए। बिहार के विकास के लिए कृषि को आगे बढ़ना भी जरूरी है। संविधान प्रावधानों से भरा है। इसे लागू करने की जरूरत हैl सेमिनार को सुनील अग्रवाल, ज्योति जयसवाल, अर्जुन शर्मा, अमरेश, मोहम्मद साहब जी, शिशुपाल भारती, सार्थक भरत, अनीता शर्मा, गौतम आदि ने संबोधित किया।

हिन्दुस्थान समाचार/बिजय

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