नवीन आचार्य प्रशिक्षण वर्ग प्रारंभ, किया गया पौधारोपण

 






भागलपुर, 02 जून (हि.स.)। भारती शिक्षा समिति एवं शिशु शिक्षा प्रबंध समिति के तत्वावधान में गणपत राय सलारपुरिया सरस्वती विद्या मंदिर सैनिक स्कूल नरगाकोठी में रविवार को नवीन आचार्य प्रशिक्षण वर्ग, सेवा स्थायित्व वर्ग एवं शारीरिक खेल कूद प्रशिक्षण वर्ग प्रारंभ हुआ।

कार्यक्रम का प्रारंभ क्षेत्र प्रचारक रामनवमी प्रसाद ,क्षेत्रीय संगठन मंत्री ख्यालीराम, प्रदेश सचिव प्रदीप कुमार कुशवाहा, डॉ नंदकुमार इंदु, डॉ मधुसूदन झा एवं वर्ग के प्रधानाचार्य सतीश कुमार सिंह के द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया गया। उद्घाटन से पूर्व संगठन मंत्री, प्रदेश सचिव एवं अन्य पूर्णकालिक द्वारा विद्यालय कैंपस में पौधारोपण का कार्य किया गया। जिसमें आम, कटहल, जामुन, लीची, पाकड़ और अर्जुन के 51 पौधों को लगाया गया। तत्पश्चाप संगठन मंत्री, प्रदेश सचिव एवं वर्ग के प्रधानाचार्य द्वारा बजरंगबली मंदिर में सत्यनारायण पूजा किया गया।

क्षेत्र प्रचारक रामनवमी प्रसाद ने कहा कि विद्या भारती विद्यालयों में कार्य करने वाले हम सब नवीन आचार्य हैं। विद्या भारती के विद्यालय में सम्मान प्रतिष्ठा मिलता है। हम सब सौभाग्यशाली हैं जो इस महान विचार रखने वाले विद्यालयों में कार्य करते हैं। यहां मानवता की शिक्षा प्राप्त होती है। अपना ध्यान प्रशिक्षण पर केंद्रित करना है ज्यादा से ज्यादा विद्या भारती के गुणों, नियमों को सीखना है। विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चे समाज के भविष्य हैं। भविष्य को जैसा हम गढेंगे वैसा समाज होगा।

प्रदेश सचिव प्रदीप कुमार कुशवाहा ने प्रस्तावना प्रस्तुत करते हुए कहा कि तन समर्पित मन समर्पित और यह जीवन समर्पित चाहता हूं देश की धरती तुझे कुछ और भी दूं। आपको लग रहा होगा कि हम एमए बीएड हैं परीक्षा पास किए हैं तो अब प्रशिक्षण क्या करना है। प्रत्येक वर्ष विद्या भारती आवश्यकता अनुसार आधारभूत विषय और केंद्रीय विषय के आधार पर प्रशिक्षण कराती रहती है। एक ही कार्य को करते-करते निरसता, जड़ता आ जाती है जिसे समय-समय पर प्रशिक्षण द्वारा सकारात्मकता में परिवर्तित करने के लिए प्रशिक्षण आवश्यक है।

डॉ नंद कुमार इंदु ने कहा कि संगठन के मापदंड, संरचना, यहां का संस्कार जानने के लिए यह प्रशिक्षण वर्ग है। शिक्षा का एक ट्रेडमार्क हो गया है। ज्ञान और विज्ञान समय और परिस्थिति के हिसाब से देश काल के हिसाब से बदलता रहता है। प्रशिक्षण से जीवन शैली, रहन-सहन, चाल चलन बदल जाता है। तभी बालक का सर्वांगीण विकास कर पाते हैं।

इस अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांत प्रचारक उमेश रंजन, आशीष कुमार, बालमुकुंद कुमार, सुरेंद्र कुमार, मिथिलेश कुमार सिंह, डॉ पूजा, उमाशंकर पोद्दार, राकेश नारायण अम्बष्ट, ब्रह्मदेव प्रसाद, सतीश कुमार सिंह, विनोद कुमार, प्रधानाचार्य नीरज कुमार कौशिक, शशि भूषण मिश्र, आलोक कुमार, सुजीत कुमार गुप्ता एवं प्रशिक्षणार्थी प्रतिभागी उपस्थित थे।

हिन्दुस्थान समाचार/बिजय/गोविन्द