धूमधाम से मनाया गया एनएसएस का स्थापना दिवस
भागलपुर, 24 सितंबर (हि.स.)। राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) का स्थापना दिवस समारोह रविवार को तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के सीनेट हॉल में धूमधाम से मनाया गया। टीएमबीयू के कुलपति प्रो. जवाहर लाल ने एनएसएस ध्वज फहराकर और दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का उद्घाटन किया। इस अवसर पर कुलपति की अर्धांगनी डॉ रंजना शर्मा और कनाडा से आई उनकी सुपुत्री ज्योत्सना जवाहर विशेष रूप से कार्यक्रम में शिरकत की।
टीएमबीयू के एनएसएस के समन्वयक डॉ राहुल कुमार ने कुलपति सहित सभी अतिथियों का स्वागत अंग वस्त्र, प्रतीक चिन्ह और पौधा भेंट कर किया। एनएसएस के स्थापना दिवस पर बेस्ट प्रोग्राम ऑफिसर और बेस्ट वोलेंटियर्स को भी सम्मानित किया गया। राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) के स्थापना दिवस के मौके पर कुलपति प्रो. जवाहर लाल ने अपने संबोधन में कहा कि एनएसएस छात्रों को सामुदायिक जीवन जीने के लिए सिखाता है। साथ ही छात्रों में यह आत्म विश्वास, एकता, सेवा भाव और अनुशासन की भी सीख देता है।
कुलपति ने कहा कि उनके जीवन में भी एनएसएस ने अमिट छाप छोड़ा है। वे खुद छात्र जीवन में पटना के वाणिज्य महाविद्यालय में एनएसएस के वोलेंटियर रह चुके हैं। इसलिए वे आज एनएसएस के बैनर तले आयोजित कार्यक्रम में काफी गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। उन्होंने कहा की छात्र, शिक्षक, समुदाय और कार्यक्रम को मिलाकर एनएसएस बनता है। एनएसएस का उद्देश्य समाज व समुदाय में भावना जागृत कर मानव जाति की सेवा करना है। एनएसएस के माध्यम से कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में सृजनात्मक और रचनात्मक कार्य किए जाते हैं। कुलपति ने एनएसएस के स्थापना दिवस के मौके पर मौजूद शिक्षकों और छात्र-छात्राओं से अपील किया कि वे अपने जन्मदिन पर कम से कम एक फलदार या छायादार पौधा अपने संस्थान में जरूर लगाएं और उसकी देखभाल भी करें।
वीसी ने कहा कि राजभवन ने भी विश्वविद्यालयों को हर परिसर, हरा परिसर बनाने का संकल्प लिया है। साथ ही राज्य सरकार भी जल जीवन हरियाली पर जोर दे रही है। इसी मुहिम के तहत वे टीएमबीयू में बर्थ-डे प्लांट बैंक योजना को बढ़ावा दे रहे हैं। इस योजना को सभी कॉलेजों में प्रभावी रूप से लागू किया जाएगा। कुलपति ने कहा कि बहुद्देशीय प्रशाल का नाम बदला जाएगा। अब यह प्रशाल दिनकर प्रशाल के नाम से जाना जाएगा।
वीसी ने कहा की राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर भागलपुर विश्वविद्यालय के कुलपति रह चुके हैं। उनके सम्मान में बहुद्देशीय प्रशाल का नाम दिनकर प्रशाल होगा। साथ ही दिनकर परिसर को विकसित भी किया जाएगा। कुलपति ने कार्यक्रम के दौरान घोषणा किया की लालबाग आवासीय परिसर में वाटिका का निर्माण कराया जाएगा। वाटिका में पेड़-पौधे लगाए जाएंगे। जिसे एनएसएस वाटिका के नाम से जाना जाएगा। एनएसएस के द्वारा ही इस वाटिका का सौंदर्यीकरण कराया जाएगा। इससे लालबाग आवासीय परिसर में रहने वाले प्रोफेसरों, अधिकारियों और हॉस्टल की छात्राओं को सहूलियत होगी।
कार्यक्रम के दौरान कुलसचिव डॉ गिरिजेश नंदन कुमार ने कुलपति से एक अलग एनएसएस भवन के निर्माण की मांग कर दी। जिस पर वीसी ने कहा की विश्वविद्यालय में पैसों की कोई कमी नहीं है। एनएसएस भवन का भी निर्माण भी होगा। वे इसके लिए पहल करेंगे। एनएसएस के स्थापना दिवस समारोह के अवसर पर रजिस्ट्रार डॉ गिरिजेश नंदन कुमार, डीएसडब्ल्यू डॉ बिजेंद्र कुमार, कॉलेज इंस्पेक्टर डॉ संजय कुमार झा, जनसंपर्क पदाधिकारी डॉ दीपक कुमार दिनकर, बीएन कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ अशोक कुमार ठाकुर, मारवाड़ी कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ शिव प्रसाद यादव, टीएनबी लॉ कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ संजीव कुमार सिन्हा, पीजी भूगोल विभाग हेड डॉ अनिरुद्ध कुमार सहित बड़ी संख्या में शिक्षक और छात्र - छात्राएं उपस्थित थे। राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम की समाप्ति हुई।
हिन्दुस्थान समाचार/बिजय
/चंदा