डैम में पानी की अनुपलब्धता के कारण बंद होने के कगार पर करोड रुपये का वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट
नवादा, 02 मई (हि.स.)। गर्मी को ले नवादा जिला भी रेड अलर्ट जोन में है । जिससे जिले के कई प्रखंड में पानी की समस्या उत्पन्न हो गई है। क्योंकि वाटर लेबल सबसे निचले पायदान पर है। जिससे चापाकल और ट्यूबवेल से पानी नही निकल रहा है।
जल संकट की समस्या ग्रामीणों को ना हो इसके लिए सरकार के द्वारा ग्रामीणों तक शुद्धपेजल पहुंचे इसके लिए नवादा जिला के रजौली प्रखंड के हरदिया स्थित फुलवरिया जलाशय में करोड़ो रुपये के लागत से वाटर ट्रीटमेंट प्लांट की स्थापना की गई थी। वाटर ट्रीटमेंट प्लांट का उद्देश्य यह था कि रजौली प्रखंड के 9 पंचायतों के 90 गांव तक ग्रामीणों को आसानी से नलजल के माध्यम से शुद्धपेजल उपलब्ध कराया जा सके। ताकि ग्रामीणों को पानी से होनेवाले रोग ना हो और गर्मी के दिनों में जलसंकट की समस्या उत्पन्न होने पर निर्बाध रूप से लोगों तक पानी पहुंचाया जा सके, और वाटर ट्रीटमेंट के चालू होने से ग्रामीण क्षेत्र के लोगों में काफी खुशी देखने को मिला था।
भीषण गर्मी के चपेट में आने से फुलवरिया जलाशय भी सूखने लगा है जिससे ग्रामीणों तक वाटर ट्रीटमेंट प्लांट से शुद्धपेजल की निर्बाध आपूर्ति नही हो पा रही है।अगर स्थित यथावत रही तो लोगों को प्यास बुझाने वाला वाटर ट्रीटमेंट प्लांट को खुद प्यासा रह जायेगा।ऐसे में रजौली प्रखंड के 9 पंचायत के 90 गांवों के ग्रामीणों को भीषण जलसंकट से जूझना पड़ सकता है। इस संबंध में पूछे जाने पर वाटर ट्रीटमेंट प्लांट के प्रबंधक शम्स तबरेज ने बताया कि वाटर ट्रीटमेंट प्लांट जितना पानी की आवश्यकता है वो फुलवरिया जलाशय से नही मिल पा रहा है।ऐसे में निर्वाध रूप से ग्रामीणों तक शुद्धपेजल पहुंचाने में हमलोगों के समक्ष समस्या उत्पन्न हो गया है।अगर आनेवाले दिनों में झमाझम बारिश नही हुई या पानी को डैम तक लाने की वैकल्पिक व्यवस्था नही की गई तो वाटर ट्रीटमेंट प्लांट पूर्ण रूपेण से कार्य करने में असमर्थ हो जायेगा।
हिन्दुस्थान समाचार/डॉ सुमन/गोविन्द