डीएसपी के साहस ने दिखाया रंग,तीन दिन बाद गांव से किया गया मगरमच्छ का रेस्क्यू
पूर्वी चंपारण,16 अक्टूबर(हि.स.)। जिले अरेराज अनुमंडल क्षेत्र के गंडक दियरा से सटे पीपरा पंचायत में बीते तीन दिनो से हडकंप मचाये मगरमच्छ का बुधवार को तड़के सुबह कुशलतापूर्वक रेस्क्यू किया गया।
बीते तीन दिन पूर्व आधी रात में अचानक गांव में मगरमच्छ के घुसने के बाद ग्रामीणों में दहशत का माहौल कायम था। हालांकि ग्रामीणो ने आग का लुक दिखाकर मगरमच्छ को खदेड़ना शुरू किया तो मगरमच्छ भाग कर जितवारपुर गांव स्थित एक पोखरा में प्रवेश कर गया।जिसके बाद ग्रामीणो ने इसकी सूचना वन विभाग को दी।हालांकि वन विभाग गाड़ी नही होने का बात कह कर ससमय नही पहुंचे।
दूसरे दिन वन विभाग पहुंचा और पोखरा से मगरमच्छ का रेक्यु करने में जुटा रहा।लेकिन मगरमच्छ नही मिला।जिससे ग्रामीणो में दहशत में व्याप्त रहा।बताया गया कि मगरमच्छ मंगलवार की रात पोखर से निकल कर पीपरा गांव के एक घर के पीछे धान के खेत मे अर्ध रात्रि को चीत्कार मारने लगा।लिहाजा मगरमच्छ की चीत्कार से ग्रामीणों में हड़कंप मच गया।सूचना पर कैम्प कर रही वन विभाग की टीम पहुंची लेकिन बड़ा मगरमच्छ होने व चीत्कार सुनकर रेक्यु करने से पीछे हट गई।
इस सूचना के बाद मौके पर पहुंचे अरेरज डीएसपी रंजन कुमार ने ग्रामीण युवको को प्रेरित कर साहस बढाया।नतीजतन वन विभाग के रेस्क्यू टीम के साथ गोबिंदगज थाना पुलिस व गांव के युवकों के साथ मिलकर डीएसपी ने बुधवार को मगरमच्छ का अगला हिस्सा को रस्सी से फंसा कर उसका सफलतापूर्वक रेस्क्यु कर लिया।जिसके बाद जीवित मगरमच्छ को वन विभाग को सौप दिया गया।इस पूरे वाक्या के बाद तीन दिनो से रात जग्गा कर रहे ग्रामीणो ने डीएसपी रंजन कुमार की साहस की प्रशंसा करते हुए कहा कि अब हम सब राहत महसूस कर रहे है।
हिन्दुस्थान समाचार / आनंद कुमार