टीएमबीयू के कुलपति ने डेटा अपलोड प्रक्रिया का किया शुभारंभ

 


भागलपुर, 31 अगस्त (हि.स.)। तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय (टीएमबीयू) में पेपरलेस कार्य को बढ़ावा देने की मुहिम तेज हो गई है। शनिवार को कुलपति प्रो. जवाहर लाल ने डीजी लॉकर और नैड पर डाटा अपलोड करने की प्रक्रिया का शुभारंभ किया। कुलपति ने लैपटॉप के माध्यम से वेबसाइट पर क्लिक करके डाटा अपलोडिंग प्रक्रिया का शुभारंभ किया। कु

लपति प्रो. लाल ने कहा कि टीएमबीयू में पेपर लेस कार्यों और डिजिटल मोड में कार्य संचालन करने की दिशा में वे तत्पर है। इस दिशा में तेजी से काम भी किया जा रहा है। इसी कड़ी में शनिवार को अपने आवासीय कार्यालय में वीसी ने डीजी लॉकर और नैड पर डाटा अपलोड करने की प्रक्रिया का शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय के सभी कार्य निकट भविष्य में पेपर लेस होंगे। सभी कार्यालयों और सेक्शनों को तकनीकी रूप से लैस करते हुए कंप्यूटरीकृत किया जायेगा। पीआरओ डॉ दीपक कुमार दिनकर ने बताया की अब तक करीब बाइस हजार छात्रों का डिग्री और प्रोविजनल सर्टिफिकेट को डिजिटल लॉकर और नैड पर अपलोड किया जा चुका है। एक सप्ताह के भीतर पचास हजार छात्रों का डेटा अपलोड कर दिया जाएगा।

छात्रों का एबीसी आईडी बन चुका है। जिन छात्रों ने अभी तक एबीसी आईडी नहीं बनाया है वे अविलंब बना लें। किसी भी सत्र के छात्र जो इस विश्वविद्यालय से पास आउट हैं वे भी जल्द से जल्द एबीसी आईडी बना लें। तकनीकी जानकारी के लिए छात्र अपने पीजी विभाग या महाविद्यालय के नैड कोऑर्डिनेटर से संपर्क कर सकते हैं। उल्लेखनीय हो कि अब सरकारी नौकरियों में छात्रों के डिग्री, अंक पत्र सहित अन्य शैक्षणिक कागजातों का वेरिफिकेशन डीजी लॉकर से ही कराने की दिशा में पहल की जा रही है। इस मुहिम के तहत रेलवे ने हाल ही में इस प्रक्रिया की शुरुआत की है। टीएमबीयू में भी डीजी लॉकर पर डेटा अपलोड करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। मौके पर वित्तीय परामर्शी डॉ दिलीप कुमार, डीएसडब्ल्यू प्रो. बिजेंद्र कुमार, यूडीसीए के विजय शंकर सिंह आदि मौजूद थे।

हिन्दुस्थान समाचार / बिजय शंकर