कड़ी सुरक्षा के बीच खंडित प्रतिमा का हुआ विसर्जन, लोगों की आंखें हुई नम

 


भागलपुर, 21 अक्टूबर (हि.स.)। जिले के सन्हौला थाना के पीछे स्थित शिव शक्ति मंदिर में पांच प्रतिमा को क्षतिग्रस्त करने के बाद हुए हंगामा के बाद यहां सोमवार को स्थिति सामान्य हो गई है। उधर कड़ी सुरक्षा के बीच खंडित प्रतिमा का विसर्जन कहलगांव गंगा घाट पर कर दिया गया।

विसर्जन के दौरान काफी संख्या में स्थानीय लोग शामिल हुए। कई श्रद्धालुओं की आंखें नम थी। इसके पूर्व मंदिर कमेटी के सदस्य खंडित प्रतिमा के विसर्जन के लिए शुभ मुहूर्त की बात कर रहे थे। लेकिन पुलिस प्रशासन के द्वारा प्रतिमा का विसर्जन कर दिया गया। वहीं कमेटी के द्वारा पकड़े गए सात लोगों को छोड़ने की बात कही गई। जिसमें से दो लोगों को छोड़ा गया। बचे हुए लोगों को बाद में छोड़ने की प्रशासन के द्वारा कही गई। उधर इलाके में पुलिस लगातार गश्त कर रही है। जिस मंदिर में मूर्ति को खंडित किया गया था वहां भी पुलिस बल की तैनाती की गई है।

लोगों का कहना है कि अब स्थिति सामान्य है। जहां एक तरफ कुछ लोगों का कहना है कि जिला प्रशासन के द्वारा जिस तरह से आरोपी मोहम्मद शाहबाज को विक्षिप्त बताया जा रहा है। वह गलत है, क्योंकि अगर वह गलत रहता तो मंदिर से सोने के आभूषण की चोरी वह कैसे करता। वहीं कुछ लोगों का कहना है कि वह विक्षिप्त है और उससे गलती हुई है। लेकिन अब माहौल शांत है और आज से दुकान खुल चुकी है और सभी लोग आम दिन की तरह कार्य कर रहे हैं। वहीं कहलगांव विधायक पवन यादव आज शिव शक्ति मंदिर पहुंचे और यहां पर खंडित हुई मूर्तियों को देखा।

जिला प्रशासन के द्वारा आरोपी को भी विक्षिप्त कहे जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि इसकी जांच की जानी चाहिए और जो भी दोषी हो उनके खिलाफ कड़ी से कड़ी सजा दी जानी चाहिए। घटना के बाद राजनीतिक दलों की ओर से लगातार इसको लेकर बयान बाजी भी शुरू हो गई है।

हिन्दुस्थान समाचार / बिजय शंकर