एम्स आंदोलन का सिपाही हूं : डॉ. गौतम कृष्ण
सहरसा, 16 दिसंबर (हि.स.)।
विधानसभा सत्र में एम्स सहरसा का मामला मजबूती से उठाऊंगा और सदन सरकार से जानना चाहुंगा कि दरभंगा में एम्स अस्पताल कब तक बनकर तैयार होगा।
महिषी विधानसभा के विधायक डॉ. गौतम कृष्ण आज विनोद कुमार झा अध्यक्ष और प्रवीण आनंद संरक्षक से मिलकर एम्स सहरसा आंदोलन पर बृहत चर्चा हुई। सर्वोच्च न्यायालय में दायर याचिका पर उन्होंने कहा कि अब मजबूती से इस जनहित और मानवता की लड़ाई को आप दोनों नेता के नेतृत्व में लड़ूंगा।उन्होंने इस जनहित के महाआंदोलन के समर्थन में न केवल लगातार भूख-हड़ताल की, बल्कि कारावास जाने से भी कभी संकोच नहीं किया।
विधानसभा चुनाव में ऐतिहासिक विजय के उपरांत विधायक बनने के बाद डॉ. गौतम कृष्ण ने एम्स निर्माण संघर्ष समिति के अध्यक्ष श्री विनोद कुमार झा एवं संरक्षक प्रवीण आनंद व पूर्व जिला पार्षद प्रियंका आनन्द से भेंट की ।
उन्होंने कहा कि मैं स्वयं एम्स सहरसा आंदोलन की उपज हूँ। कोशी कमिश्नरी की जनता की आवाज और एम्स सहरसा की माँग को विधानसभा में पूरी मजबूती से उठाऊँगा। वर्षों के त्याग, तपस्या और समर्पण को व्यर्थ नहीं जाने दूँगा।इस अवसर पर एम्स सहरसा संघर्ष से जुड़े विभिन्न प्रमाण एवं दस्तावेज उन्हें समर्पित किए गए।
बिनोद झा और संरक्षक प्रवीण आनंद ने कहा कि “यह अपनत्व और प्रतिबद्धता इस बात का प्रमाण है कि जन आंदोलन से निकले प्रतिनिधि ही जनता की वास्तविक पीड़ा को सदन तक पहुँचा सकते हैं। प्रियंका आनन्द ने कहा कि सहरसा ही नहीं बल्कि कोशी के सभी विधायकों को सरकार के समक्ष यह मांग को रखनी चाहिए कि आखिर 15-16 के आम बजट में बिहार को दूसरा एम्स अस्पताल मिला था जो आज तक नहीं बन पाया है तो दरभंगा में कब तक बनकर तैयार हो जाएगा । प्रधानमंत्री जी और मुख्यमंत्री के नेतृत्व में एक वर्ष पूर्व शिलान्यास हुआ और आज तक एक टेलर मिट्टी नहीं पड़ा है और लगभग 310 करोड़ रुपए से नदी में चहारदीवारी बनाया जा रहा है जो पैसे का नुकसान है। उन्होंने कहा कि जब मामला सुप्रीम कोर्ट में तब सरकार को उनके आदेश और निर्देश का इंतजार करनी चाहिए ।
हिन्दुस्थान समाचार / अजय कुमार