आजादी के मोल विषय पर संगोष्ठी आयोजित
भागलपुर, 13 अगस्त (हि.स.)। अगस्त क्रांति और स्वतंत्रता दिवस को लेकर आजादी पर्व उत्सव कार्यक्रम में आजादी के मोल विषय पर मंगलवार को इंटरस्तरीय उर्दू गर्ल्स हाई स्कूल में संगोष्ठी आयोजित की गई।
संगोष्ठी की अध्यक्षता स्कूल की प्रधानाध्यापक जीनत प्रवीण और गौतम कुमार ने किया। संगोष्ठी के मुख्य वक्ता छपरा विश्वविद्यालय पूर्व कुलपति डॉ फारुख अली, हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा के पूर्व कुलपति डॉ मनोज कुमार और समाजकर्मी उदय थे। उदय ने कहा 1757 से लेकर 1947 तक अंग्रेजों की लंबी गुलामी के बाद हमारा देश आजाद हुआ। आजादी आंदोलन के मूल्यों और सपनों को जमीन पर उतरने के लिए अपना एक संविधान बना। एक तरह से कहा जाए तो हमारा संविधान आजादी आंदोलन का एक दस्तावेज के रूप में हमारे पास है। इसलिए आज हम लोकतंत्र, समता, सर्वधर्म समभाव, मौलिक अधिकार, समाजवाद, मानवाधिकार, दलितों, पिछड़ों, आदिवासियों, बच्चों, स्त्रियों, बुजुर्गों और विकलांगों की बात कर रहे हैं। डॉ फारुख अली ने कहा आजादी मुफ्त में नहीं मिलता इसके लिए लाखों ने कुर्बानी दी है। हम उनके कुर्बानी को बजाय नहीं जाने देंगे। कार्यक्रम में स्कूल के बच्चों ने आजादी की गीत गाए।
हिन्दुस्थान समाचार / बिजय शंकर / शारदा वन्दना