योगाभ्यास एक दिन नहीं, प्रत्येक दिन नियमित करने की विद्या है : योग गुरु प्रभाकर
सहरसा,24 जून (हि.स.)। जिला के सिमरी बख्तियारपुर प्रखंड अंतर्गत उत्क्रमित उच्च विद्यालय खजुरी में सोमवार को प्रातः कालीन विद्यालय के सभी छात्र-छात्रा शिक्षक गण योग शिविर में भाग लिए।लक्ष्मीनाथ योगपीठ ट्रस्ट के अध्यक्ष योग गुरु प्रभाकर के सानिध्य में एक दिवसीय योग शिविर आयोजित किया गया।प्रधानाचार्य एवं शिक्षक गण के विशेष आग्रह पर आज योग अभ्यास कराया गया।
योग साधक प्रभाकर ने कहा जन्म स्थान स्वर्ग से भी सुंदर होता है जो सास्त्र में वर्णित है ।अपि स्वर्णमयी लंका,ना रोच्यते मम लक्ष्मण।जननी जन्म भूमिश्च,स्वर्गादपि गरीयसी।ईश्वर के कृपा से सौभाग्यवश हमारा भी जन्म स्थान खजुरी हीं है।हम योग मार्ग में हैं।साथ ही देश के पूर्वी भाग को छोड़कर योग के प्रचार प्रसार हेतु अनेक स्थानों में जाने का अवसर मिला है।अपने जिला एवं जन्म स्थान के बच्चों को योग सिखाने में मुझे दो फायदा है सर्वप्रथम बच्चे स्वस्थ रहेंगे,और योग विद्या में भी आगे रहेंगे।बहुत तीव्र गति से बीमारी फैल रही है। आज से 20 वर्ष पूर्व मधुमेह और हार्ट के रोगी गिने चुने हीं समाज में मिलता था। अब तो एक परिवार में हीं एक से अधिक लोगों को मधुमेह, हृदयरोग है।
चर्मरोग ब्लड प्रेशर जैसे बिमारी वाले तो थौक में मिलता है,जिसका जिम्मेदार भी हम लोग हीं हैं। प्राकृतिक भोज्य पदार्थ को छोड़कर कृत्रिम भोज्य पदार्थ का सेवन अत्यधिक करने लगे हैं। जलवायु प्रदूषण है। हम लोग फ्रीज का पानी पीते हैं। वायु प्रदूषण है। ए,सी, में सोते हैं और प्लास्टिक इकट्ठा करके उसमें आग लगाते हैं।देसी गाय का दूध छोड़कर विदेशी गाय या पाउडर वाले दूध का सेवन करते हैं।धीरे धीरे अब पैकिंग वाले सामान का ज्यादा उपयोग करने लगे हैं।कुछ जगह से एक्सपायर डेट वाले भी सामान घर ले आते हैं। जो खाने के बाद सीधा रिएक्शन करता है।
चिकित्सक बोलते हैं फूड प्वाइजन हो गया डिहाइड्रेशन हो गया।वही देर रात्रि के भोजन से परहेज करना चाहिए। तो उल्टा हो रहा है अभी के शादी विवाह में 3:00 बजे रात्रि को बारात भोजन करते हैं ।
हिन्दुस्थान समाचार/अजय/चंदा