कन्दाहा सूर्य मंदिर में विश्व योग दिवस का सूर्य नमस्कार से शंखनाद हुआ
सहरसा,07 जून (हि.स.)। दसवें अंतरराष्ट्रीय योग को लेकर तैयारी शुरु कर दी गई।इस कड़ी में बाबाजी लक्ष्मीनाथ योगपीठ ट्रस्ट द्वारा साधना स्थल खजुरी में योग गुरु प्रभाकर के सानिध्य में शुक्रवार को योग शिविर के बाद प्राकृतिक चिकित्सा के बारे में भी बच्चों को जानकारी दी गई।
आचार्य प्रभाकर ने कहा कि आज 100 में 70 व्यक्ति से ज्यादा की संख्या में लोग अस्वस्थ व बीमार हैं। अनेक प्रकार का स्वास्थ्य प्रद दवाई भी सुबह-शाम सेवन कर रहे हैं,जिससे थोड़ा आराम मिलता है।वही अत्यधिक धन का ह्रास भी हो रहा है।जबकि अल्प समय के नियमित योगाभ्यास करने मात्र से व्यक्ति स्वस्थ और आरोगी जीवन व्यतीत कर सकते हैं।आवश्यकता है योग्य गुरु के सानिध्य में प्रशिक्षण लेकर स्वयं अभ्यास करने का।योग बीमारी को ठीक करने के लिए नहीं बना है योग के नियमित अभ्यास करने से बीमारी स्वत: ठीक हो जाता है।
अधिकांश लोग गैस कब्ज, ब्लड प्रेशर , मधुमेह ,हार्ट , जोड़ों के दर्द कमर व पीठ के दर्द से परेशान हैं वैसे तो देर रात्रि का भोजन परित्याग कर देना चाहिए खासकर गर्मी के दिन में तो देर रात के भोजन से अच्छा है। जल पीकर सो जाना,बीमार व्यक्ति अपने घर में ही सुपाच्य भोजन करें।तली भूनी, अत्यधिक तेल वाले चीज का सेवन न करें।सभी रोग एक सप्ताह योग के अभ्यास करने मात्र से अपने आप ठीक हो जाता है।
उन्होंने कहा कि योगाभ्यास में पवनमुक्त आसन विधिवत करने मात्र से शरीर में नाना प्रकार के रोग जो पनपते हैं वो ठीक हो जाता है। साथ ही पुराने रोग भी ठीक हो जाते हैं। केवल क्रॉनिक डिजीज के रोगी योग प्रशिक्षक व चिकित्सक से परामर्श लेकर ही अभ्यास करें। आज के योगाभ्यास सत्र में राजनंदिनी,जयभद्र सुभद्र,नरेश मिश्र, सच्चिदानंद मिश्र, सदाशिव,बम बम,दुखाराम सहित अन्य ने भाग लिये।
हिन्दुस्थान समाचार/अजय/चंदा