विकसित भारत के लिए जरूरी है बदलाव, तभी दुनिया कहेगा नमस्ते बिहार : विकास वैभव
बेगूसराय, 10 दिसम्बर (हि.स.)। लेट्स इंस्पायर बिहार ने रविवार को राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर के जन्मभूमि बेगूसराय में आयोजित नमस्ते बिहार के माध्यम से बिहार में बदलाव का शंखनाद कर दिया है। कार्यक्रम में सिर्फ बेगूसराय ही नहीं, बिहार के विभिन्न हिस्से से बड़ी संख्या में युवा शामिल हुए तथा बिहार को प्राचीन वैभव दिलाने के लिए लघुवादों से ऊपर उठकर आगे आने का संकल्प लिया।
जीडी कॉलेज में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए चर्चित आईपीएस अधिकारी और लेट्स इंस्पायर बिहार के संस्थापक विकास वैभव ने कहा कि आज क्रांति का उत्सवी माहौल है। दिनकर की यह धरती बेगूसराय संदेश दे रहा है कि आज के इस नए नमस्ते बिहार से हमारा बिहार एक ना एक दिन प्राचीन वैभव को प्राप्त करेगा। उन्होंने कहा कि हमारा प्राचीन बिहार कैसा था, जब विश्व भर से लोग यहां आते थे।
उन्होंने कहा कि कभी बिहार में नालंदा विश्वविद्यालय और विक्रमशिला विश्वविद्यालय जैसा वैभव था। हमें सोचना होगा कि आज हमारा बिहार वैसा क्यों नहीं है। सोच बड़ा होने से व्यक्ति बड़ा होता है और भूमि बड़ा होने से महान बन जाता है। भारत को विकसित बनाने के लिए बिहार को विकसित करना होगा। उच्च शिक्षा और रोजगार से हमारा बिहार विकसित होगा। उद्यमिता का विकास जरूरी है, इसके लिए चिंतन करना होगा।
विकास वैभव ने कहा कि शिक्षा, समता और उद्यमिता के लिए सोच बनानी होगी। जाति और वर्ग भेद से ऊपर उठना होगा, सोच बदलने से ही समाज बदलेगा। समाज के बदलने से बिहार बदलेगा, जब बिहार बदलेगा तो 2047 तक हमारा देश विकसित होगा। जाति, संप्रदाय, छोटी-छोटी बातों से दूर हटकर ही हम बिहार को बदल सकते हैं। इसके लिए युवाओं को संकल्प लेना होगा। हम सब अपने प्रयास से जब बिहार को बदलेंगे तो पूरा विश्व कहेगा नमस्ते बिहार।
परिवर्तन और संवाद का दिनकर की इस भूमि से शंखनाद कर हम बिहार को बदलेंगे। अपने पूर्वजों की भूमिका में आएंगे तभी हमारा बिहार बदलेगा। बिहार में शिक्षा की व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा कि किसको अच्छी स्कूल-कोचिंग नहीं चाहिए, आखिर यहां के बच्चे बाहर क्यों पढ़ने जाते हैं। महिला-पुरुष, गरीब-अमीर सभी में असीम क्षमता है, छोटे-छोटे विचारधारा में बंटेंगे तो बिहार कैसे बदलेगा। जहां वेदों का उत्कर्ष हुआ उसे बिहार कहते हैं, जो पूर्ण है।
महिला-पुरुष, गरीब-अमीर सभी में असीम क्षमता है। किस प्रकार से युवाओं का भविष्य उज्ज्वल हो इस गम्भीर मुद्दे पर आज बिहार में सबसे ज्यादा चिंतनशील लेट्स इंस्पायर बिहार अभियान है। इसका असर यह हुआ है कि राष्ट्र निर्माण के लिए बिहार के युवा प्रेरित होने लगे हैं। उन्होंने कहा कि जब तक हम लघुवाद के नाम पर एक दूसरे की टांगों को खींचते रहेंगे, बिहार का विकास संभव नहीं हो सकता है। इसलिए संघर्ष नहीं, सहयोग की नीति को अपनाना होगा।
स्टेट कोर्डिनेटर राहुल कुमार सिंह ने कहा कि बिहार के जेल में सबसे ज्यादा 18 से 30 वर्ष के युवा कैदी हैं। बिहार के युवा भटक रहे हैं, यह चिन्तन का विषय है। युवाओं के भविष्य के लिए लेट्स इंस्पायर बिहार अभियान साकारात्मक भूमिका में है और ईमानदार प्रयास कर रहा हैं। स्वागत संबोधन अभियान के मुख्य कोर्डिनेटर प्रभाकर कुमार राय एवं संचालन प्रसिद्ध एंकर पल्लवी विश्वास ने किया। इस अवसर पर प्रमुख कलाकारों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किया गया।
हिन्दुस्थान समाचार/सुरेन्द्र/गोविन्द