आईआईएम बोधगया के छठे दीक्षांत समारोह में शामिल हुए उपराष्ट्रपति

 


पटना, 7 अप्रैल (हि.स.)। आईआईएम बोधगया के छठे वार्षिक दीक्षांत समारोह में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ अपनी पत्नी सुदेश धनखड़ के साथ भाग लिया। रविवार को गया में आयोजित दीक्षांत समारोह में 245 स्नातक छात्रों को स्कोलस्टिक पदक और डिग्री देकर सम्मानित किया। यह सम्मान अध्यक्ष स्वर्ण पदक, निदेशक स्वर्ण पदक और आईआईएम बोधगया के सर्वश्रेष्ठ छात्र स्वर्ण पदकों को क्रमशः अमरद्युति बासु, दीपक शर्मा और सुजीत अनिल चौबे ने ओर से प्राप्त किये गये। उपराष्ट्रपति धनखड़ ने ग्रेजुएट्स से लोकतांत्रिक सिद्धांतों को बनाए रखने के महत्व और सामाजिक परिवर्तन लाने में शिक्षा की परिवर्तनकारी शक्ति के बारे में चर्चा की।

समारोह की शुरुआत आईआईएम बोधगया के बोर्ड ऑफ गवर्नर्स के अध्यक्ष उदय कोटक के स्वागत भाषण से हुई। कोटक ने वर्ष 2015 में आईआईएम बोधगया की स्थापना और परिसर में छात्रों की संख्या के मामले में देश के शीर्ष पांच आईआईएम में शामिल होने तक की यात्रा का संक्षेप में वर्णन किया। कोटक ने कहा कि हमें एक चुनौती और एक अवसर दिया गया था और हमने इसे बोर्ड के सभी सदस्यों के साथ मिलकर लिया और सरकार के दृष्टिकोण को वास्तविकता में बदल दिया।

आईआईएम बोधगया की निदेशक डॉ. विनीता सिंह सहाय ने शैक्षणिक वर्ष 2022-2023 के लिए वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत किया, जिसमें संस्थान की उपलब्धियों और नए इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास पर प्रकाश डाला। इस मौके पर बिहार के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर एवं भारत के जी 20 शेरपा एवं नीति आयोग के पूर्व सीईओ अमिताभ कांत भी मौजूद रहे।

हिन्दुस्थान समाचार/ चंदा/सुनील