नवजात का निजी अस्पताल में मौत,चिकित्सक पर लापरवाही का आरोप
अररिया,05 दिसंबर(हि.स.)। फारबिसगंज के रेफरल रोड स्थित शिशु रोग विशेषज्ञ डा.आशुतोष कुमार के निजी क्लीनिक में सोमवार की देर रात दो माह के नवजात शिशु की मौत हो गई।जिसके बाद परिजनों ने चिकित्सक के क्लीनिक में हंगामा मचाना शुरू कर दिया। परिजन का आरोप था कि चिकित्सक ने इलाज में लापरवाही बरती और एक इंजेक्शन लगाने के बाद उनकी तबियत बिगड़ती चली गई। इंजेक्शन लगने के थोड़ी देर बाद ही शिशु की मौत हो गई।सूचना के बाद फारबिसगंज थाना से सब इंस्पेक्टर सुबोध कुमार चौधरी,सुनील कुमार सुमन सशस्त्र बलों के साथौके पर पहुंचे और हंगामा कर दे लोगों को शांत कराया।
घटना को लेकर जानकारी देते हुए मटियारी जुम्मन चौक वार्ड संख्या 6 के रहने वाले मृत बालक के पिता प्रकाश कुमार महतो ने मंगलवार को बताया कि दो माह पहले अररिया के एक निजी अस्पताल में एक जुड़वां बच्चा हुआ था।जिसमे एक का नाम लव कुमार महतो और दूसरे का नाम कुश कुमार महतो रख गया।तीन दिन पहले लव कुमार महतो की तबियत खराब हुई तो डा.आशुतोष कुमार के क्लीनिक में उनका इलाज डॉक्टर से कराया गया। दवा वगैरह लेने के बाद भी बच्चे की तबियत ठीक नहीं होने पर चिकित्सक से फिर अगले दिन दिखाने के लिए बच्चे को लेकर पहुंचा तो चिकित्सक आग बबूला हो उठे और डांट डपट कर भगा दिया।डा.आशुतोष कुमार ने दवा का पूरा डोज खिलाने की सलाह देते हुए आत्थिक हो जाने की बात कहकर भगा दिया।लेकिन सोमवार शाम से ही अचानक तबियत ज्यादा खराब होने की स्थिति में क्लीनिक पर पहुंचने पर चिकित्सक और उनके कर्मचारियों पर दुर्व्यवहार करने का आरोप लगाया।बच्चे को देख लेने की बार बार दुहाई देने के बाद डॉक्टर द्वारा एक इंजेक्शन देने की बात कही गई।जिसके बाद दो माह के बालक लव की तबियत और बिगड़ने लगी और इस दौरान क्लीनिक वाले अस्पताल में बच्चे की मौत हो गई।उन्होंने बताया कि उनके बालक सर्दी खांसी से ग्रसित था।चिकित्सक की लापरवाही के कारण उनके बालक की मौत हो गई।मौके पर पहुंची पुलिस ने समझा बुझाकर परिजनों को शांत करते हुए वहां से बाहर निकाला।
मामले में फारबिसगंज अनुमंडलीय अस्पताल में पदस्थापित रेफरल रोड में निजी अस्पताल चलाने वाले आरोपी चिकित्सक डा.आशुतोष कुमार ने इलाज में लापरवाही की बात को बेबुनियाद और मनगढ़ंत बताया।पहले से ही बालक की हालत चिंताजनक होने की बात कही।
हिन्दुस्थान समाचार/राहुल/चंदा