नालंदा जिले में स्वास्थ्य सुविधाएं को लेकर डीएम ने किया समीक्षा

 


नालंदा, बिहारशरीफ 23 दिसंबर (हि.स.)।राज्य सरकार द्वारा संचालित स्वास्थ्य विभाग से संबंधित योजनाओं एवं सेवाओं की प्रगति हेतु आज मंगलवार को जिला अनुमंडल एवं प्रखंड स्तरीय स्वास्थ्य विभाग के पदाधिकारियों के साथ समीक्षात्मक बैठक आयोजित की गई।इस बैठक के दौरान जिले में स्वास्थ्य सेवाओं को और अधिक सुदृढ़ एवं जनोपयोगी बनाने को लेकर विस्तृत चर्चा की गई है।इस अवसर पर जिले के सभी स्वास्थ्य संस्थानों में चिकित्सकों की उपस्थिति उपलब्ध स्वास्थ्य सेवाओं तथा चिकित्सक रोस्टर प्रदर्शित करने की स्थिति की विस्तृत समीक्षा की गई है।इस संबंध में जिला पदाधिकारी द्वारा निर्देश दिया गया है कि सभी स्वास्थ्य संस्थानों में चिकित्सकों की उपस्थिति सुनिश्चित की जाए तथा डॉक्टर रोस्टर को डिस्प्ले बोर्ड के माध्यम से स्पष्ट रूप से प्रदर्शित किया जाए, ताकि आमजन को समय पर सही जानकारी प्राप्त हो सके।उन्होंने कहा कि सरकारी अस्पतालों में बेहतर सेवा बहाल करें, सभी एमओआईसी अपने कार्यशैली में बदलाव लाएं, पीएचसी में प्रवेश होते ही मरीजों को यह आभास होना चाहिए कि सरकारी चिकित्सा व्यवस्था हर मरीज के सुविधा के लिए पूर्ण रूप से तत्पर है साथ हीं उन्होंने यह भी निर्देशित किया है कि सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, अनुमंडलीय अस्पताल एवं जिला अस्पताल में आवश्यक स्वास्थ्य सेवाएं सतत रूप से उपलब्ध रहें। जिन संस्थानों में तकनीकी अथवा संसाधन संबंधी समस्या पाई गई है, उन्हें शीघ्र दूर करने हेतु संबंधित पदाधिकारियों को आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई जय। डीएम ने कहा कि जिलेभर में स्वास्थ्य विभाग द्वारा बेहतर कार्य किये जा रहे हैं । उन्होंने सख्त निर्देश देते हुए यह भी कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं में किसी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी तथा निर्देशों का अनुपालन नहीं करने वाले अधिकारियों एवं कर्मियों के विरुद्ध आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। डीएम ने आमजन को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएँ उपलब्ध कराने विशेषकर मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य सेवाओं को प्राथमिकता देने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि हाई रिस्क प्रेगनेंसी को पूर्व से ही चिन्हित करें। एंबुलेंस, डॉक्टर्स , नर्स को प्रशिक्षित करें ताकि ससमय पर्याप्त सुविधा उपलब्ध कराई जा सके। डब्लू एच ओ के गाइडलाइन का अक्षरशः पालन किया जाए। निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि सभी पीएचसी स्तर तक साफ सफाई, पेयजल, बैठने की व्यवस्था, साफ सुथरा शौचालय की व्यवस्था सुनिश्चित करें , पर्याप्त मात्रा में मेडिसिन की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए , पैथोलॉजी, एक्स-रे,सीटी स्कैन, सीबीसी मशीन को हर हाल में क्रियाशील रखें । वहीं शिशु मृत्यु दर की गहन समीक्षा करते हुए संबंधित पदाधिकारियों को कारणों की पहचान कर समयबद्ध एवं प्रभावी कार्रवाई सुनिश्चित करने को कहा गया है। इस क्रम में संस्थागत प्रसव, टीकाकरण, पोषण एवं समय पर उपचार पर विशेष बल दिया गया है। डीएम ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं में किसी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी और सभी स्वास्थ्य संस्थान पूरी संवेदनशीलता एवं जिम्मेदारी के साथ कार्य करें। उन्होंने जमीनी स्तर पर योजनाओं के क्रियान्वयन की नियमित मॉनिटरिंग करने तथा आम जनता तक योजनाओं का लाभ पहुँचाने हेतु निर्देश दिया है।

---------------

हिन्दुस्थान समाचार / प्रमोद पांडे