स्वास्थ्य केंद्रों में हुई निःशुल्क कैंसर रोग परामर्श सप्ताह की शुरुआत

 


किशनगंज,07नवंबर(हि.स.)। जिले के सदर अस्पताल सहित सभी स्वास्थ्य केंद्रों में मंगलवार को कैंसर रोग परामर्श सप्ताह की शुरुआत हुई। सदर अस्पताल से जागरूकता रैली का आयोजन किया गया। जिसे सिविल सर्जन डा. कौशल किशोर एवं जिला गैर संचारी रोग पदाधिकारी डा. उर्मिला कुमारी के द्वारा संयुक्त रूप से हरी झड़ी दिखाई गयी।

उक्त कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सिविल सर्जन डा. कौशल किशोर ने बताया कि व्यक्ति में कैंसर, ख़राब एवं अनियंत्रित दिनचर्या, शराब एवं तंबाकू का सेवन, शरीर पर रेडिएशन का प्रभाव, अंग प्रत्यारोपण आदि से हो सकता है। व्यसनों से दूरी, नियंत्रित दिनचर्या एवं सजगता, कैंसर से बचने का सबसे सरल एवं सुगम तरीका है। साथ ही गैर संचारी रोगों की जांच के लिए आए सभी लोगों के कैंसर की संभावित लक्षणों की जांच करने के साथ ही चिकित्सकों द्वारा इससे सुरक्षित रहने के लिए आवश्यक परामर्श दिया जा रहा है। लोगों को जानकारी दी रही कि कैंसर जैसी भयावह बीमारी भी अब लाइलाज नहीं है। समय पर इसकी पहचान होने पर इसका इलाज किया जा सकता है। इसके लिए सभी स्वास्थ्य केंद्रों में संचालित गैर संचारी रोग क्लीनिक में लोग कैंसर की जांच करा सकते हैं।

रिपोर्ट पॉजिटिव मिलने पर उसे बेहतर चिकित्सा के लिए उत्कृष्ट मेडिकल अस्पताल भेजा जाएगा, जहां लोग निःशुल्क अपना कैंसर का इलाज करवा सकते हैं। उक्त कार्यक्रम में एएनएम स्कूल की प्रिंसिपल, सदर अस्पताल उपाधीक्षक, स्वास्थ्य प्रबंधक, स्वास्थ्य कर्मी एवं एएनएम् स्कूल की छात्रा उपस्थित हुई। डा. उर्मिला कुमारी ने बताया जिले में 07 से 14 नवंबर तक निःशुल्क कैंसर रोग परामर्श सप्ताह का आयोजन किया जा रहा है।

उन्होंने बताया कि जिलाधिकारी तुषार सिंगला एवं सिविल सर्जन डा. कौशल किशोर के दिशा-निर्देश में कैंसर रोग की रोकथाम एवं आम जनमानस में इसके प्रति जागरूकता फैलाने के लिए विशेष प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। जिले के सदर अस्पताल, अनुमंडलीय अस्पताल, रेफरल अस्पताल, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों, अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों, हेल्थ एवं वेलनेस सेंटरों व शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर निःशुल्क कैंसर रोग परामर्श सप्ताह का आयोजन किया गया है।

निःशुल्क कैंसर रोग परामर्श सप्ताह के दौरान शिविर में मरीजों के सामान्य कैंसर जैसे मुंह का कैंसर, स्तन कैंसर, गर्भाशय का कैंसर इत्यादि की स्क्रीनिंग की जा रही है। विशेष रूप से महिलाओं के कैंसर (स्तन और गर्भाशय का मुख) की स्क्रीनिंग हेतु अलग से एक कमरे की व्यवस्था की गई है। साथ ही उसमें सामान्य कैंसर जैसे मुंह, स्तन और गर्भाशय के मुख के कैंसर इत्यादि के संभावित कारणों, लक्षणों एवं उसके बचाव के प्रति जागरूकता बढाई जा रही है। इन शिविरों में सामान्य कैंसर रोग के संदिग्ध व्यक्तियों को राज्य के सभी चिकित्सा महाविद्यालयों, होमी भाभा कैंसर हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर, स्टेट कैंसर इंस्टीट्यूट, इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान पटना, अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, पटना एवं महावीर कैंसर अस्पताल पटना में उचित उपचार के लिए रेफर किया जायेगा।

डा. उर्मिला कुमारी ने बताया कि शरीर का कोई भी भाग कैंसर का शिकार हो सकता है। सामान्यतः लोग मुंह का कैंसर, सर्वाइकल कैंसर या महिला वर्ग में स्तन कैंसर के शिकार हो जाते हैं। शरीर के किसी भी अंग में सूजन का होना, गांठ या कड़ापन पाया जाना, तिल/मस्से के आकार या रंग में परिवर्तन, शरीर के किसी घाव का न भरना, लगातार बुखार और वजन में कमी होना, मूत्र विसर्जन में कठिनाई होना या उस दौरान रक्त निकलना, तीन सप्ताह के अधिक खांसी होना या आवाज में परिवर्तन आना, मुंह में अधिक समय तक छाला या पैच का होना जो ठीक नहीं हो रहा हो, 4-6 सप्ताह या उससे ज्यादा समय तक पतला दस्त का होना, महिलाओं में स्तन के आकार में परिवर्तन या रक्त का रिसाव, रजोनिवृत्ति के बाद भी रक्तस्राव का होना इत्यादि कैंसर के सामान्य लक्षण हैं। अगर किसी व्यक्ति को शरीर में ऐसे लक्षण दिखाई दे रहे हैं तो उन्हें तुरंत नजदीकी अस्पताल में जांच करवानी चाहिए।

हिन्दुस्थान समाचार/धर्मेन्द्र/चंदा