जन जागरण कर 2024 में उखाड़ फेंकेंगे मोदी सरकार को : अमरजीत कौर
बेगूसराय, 11 दिसम्बर (हि.स.)। एटक नेत्री सुभाषिनी शर्मा के 79वीं जयंती के अवसर पर बेगूसराय के बीहट में स्थित शहीद स्थल पर उनके आदमकद प्रतिमा का अनावरण आज एटक के राष्ट्रीय महासचिव कॉमरेड अमरजीत कौर द्वारा किया गया। इस अवसर पर पूर्व सांसद शत्रुघ्न प्रसाद सिंह सहित बड़ी संख्या में वामदलों के नेता और कार्यकर्ता सहित आमजन उपस्थित थे।
इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम ना सिर्फ अनावरण कार्यक्रम था, बल्कि वामदलों के लोकसभा चुनाव का शंखनाद भी था। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए अमरजीत कौर ने कहा कि देश की हालत गंभीर है। सुभाषिनी शर्मा को याद करते हुए आज की सियासत पर विचार करने की जरूरत है। आज हम सबने सुभाषिनी की जिंदगी और संघर्ष को याद किया है। वह हमेशा चुनौतियों का मुकाबला करती रही।
आम जनमानस, किसानों, मजदूरों के हित में लड़ती रही। महिलाओं के हित और स्कीम वर्कर के लिए काम किया। जन्म से लेकर अंतिम सांस तक लाल झंडे को लेकर आमजन की समस्याओं को समाधान को साकार करने के लिए आंदोलित रही। महिलाओं की आवाज के रूप में उभर कर बरौनी रिफाइनरी मजदूर यूनियन के उप महासचिव, बिहार महिला समाज एवं आंगनवाड़ी यूनियन के प्रदेश महासचिव के पद को सुशोभित किया।
उनको याद करते हुए आज की चुनौतियों को ध्यान में रखकर हमने संकल्प लिया है, चुनौतियों का डटकर मुकाबला करेंगे। सुभाषिनी ने जिस विचारधारा को लेकर आगे बढ़ा उसे महिलाओं को एक होकर मजबूत करने की जरूरत है। सुभाषिनी शर्मा के पिताजी स्वतंत्रता सेनानी थे, लेकिन नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र की सरकार स्वतंत्रता आंदोलन के सभी चेहरे को नेस्तनाबूद कर रही है।
दिल्ली में बैठी मोदी सरकार श्रमिकों के द्वारा संघर्ष से हासिल चीजों को समाप्त करने में लगी हुई है। पब्लिक सेक्टर को तोड़ रही है, किसानों की जमीन छीन रही है। 2024 के चुनाव में मोदी सरकार को उखाड़ कर फेंकने तैयारी चल रही है, एकजुट होने की जरूरत है। 26 से 28 नवम्बर तक मजदूर और किसानों का महापड़ाव हुआ है। मजदूर संगठनों की बैठक हुई है, हम जन जागरण यात्रा निकालेंगे।
मणिपुर में महिलाओं और बच्चियों के साथ हुए घटना पर नरेन्द्र मोदी ने एक शब्द नहीं बोला, मणिपुर भी नहीं गए। उस संबंध में बात तक नहीं की, इससे सरकार का महिला विरोधी चेहरा साफ हो गया है। 2014 से लगातार महिला आरक्षण की बात कर रहे हैं और अंत में सियासी चाल और वोट पाने के लिए महिला आरक्षण बिल लेकर आए हैं, जो अभी फिलहाल लागू होने वाला नहीं है। जनवरी-फरवरी में सरकार के खिलाफ बड़ा मोबलाइजेशन होगा।
पूर्व सांसद शत्रुघ्न प्रसाद सिंह ने कहा कि महिलाओं को अपनी रक्षा, हक और अधिकार के लिए लाल झंडे को थाम कर लड़ाई के मैदान में आना पड़ेगा। देश की शिक्षा व्यवस्था को बचाने की जरूरत है। चुनाव में जनता अपनी बदहाली का हिसाब वोट से लेगी। मौके पर भाकपा के जिला मंत्री अवधेश राय, विधायक राम रतन सिंह, सूर्यकांत पासवान, पूर्व विधान परिषद उषा सहनी, एआईएसएफ के राष्ट्रीय सचिव अमीन हमजा एवं एआईवाईएफ जिला संयोजक अभिनव कुमार अकेला सहित अन्य उपस्थित थे।
हिन्दुस्थान समाचार/सुरेन्द्र/चंदा