अमेरिका में लहराया भारत का परचम, पुलिस कांस्टेबल से वर्ल्ड चैंपियन बने सहरसा के गगन
सहरसा,27 नवंबर (हि.स.)।उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्ध नगर में काॅन्सटेबल के पद पर तैनात पुलिस के हेड कॉन्स्टेबल गगन कुमार पासवान ने अमेरिका के मेक्सिको शहर में चल रहे वर्ल्ड पुलिस एंड फायर गेम्स में बड़ी कामयाबी हासिल की है। लैटिन अमेरिकन पुलिस फायर गेम्स 2023 में मेक्सिको में 19 से 25 नवंबर तक आयोजित प्रतियोगिता में 20 देशों ने हिस्सा लिया था । जिसमें से इंडिया के प्लेयर्स ने 7 मैडल जीतकर भारत का नाम रोशन किया है। जिनमें सहरसा बिहार के बनमा ईटहरी प्रखंड क्षेत्र के परसबन्नी गांव निवासी रामकुमार पासवान के पुत्र गगन कुमार के नाम तीन मैडल है।
वर्तमान में गौतमबुद्ध नगर सूरजपुर पुलिस लाइन में हेड कांस्टेबल के पद पर गगन पासवान तैनात है। हेड कांस्टेबल गगन पासवान ने इस प्रतियोगिता में करीब तीन मेडल जीते हैं। पहले भी वह देश और विदेश में इंडिया को रिप्रेजेंट कर चुके हैं। दोनों ही अब पुलिस कांस्टेबल नहीं रह गए हैं बल्कि एक वर्ल्ड चैंपियन बन चुके हैं। अमेरिका में आयोजित लेटिन अमेरिकन पुलिस फायर गेम्स में गगन पासवान ने तीन मेडल जीतकर सहरसा ही नहीं भारत का नाम रोशन किया हैं। जिनमें से उन्होंने एक ब्रोंज और दो सिल्वर जीता है। जो एक भारतीय होने के नाते गर्व की बात है।
33 वर्षीय गगन पासवान ने बताया कि वह कई सालों से स्विमिंग और बैडमिंटन खेल रहे हैं। कितनी बार उन्होंने भारत को देश और विदेश में रिप्रेजेंट भी किया है। उन्होंने बताया कि वह इससे पहले प्रदेश और देश स्तर की कई खेल प्रतियोगिताओं में अपनी प्रतिभा दिखा चुके हैं। गगन मूल रूप से सहरसा (बिहार) के रहने वाले हैं। उनका जन्म उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले में हुआ था। गगन के पिता भी उत्तर प्रदेश पुलिस में कार्यरत थे।
पिता से प्रेरित गगन कुमार यूपी पुलिस में कांस्टेबल बने। गगन ने कहा, मैं पुलिस में नौकरी करने के साथ अपने देश के लिए कुछ करना चाहता हूं। जिससे मेरा नाम हो और लोग मुझे जानें। मैंने खेलों की तरफ रुख किया। आपको बता दें कि गौतमबुद्धनगर के साल 2022 में नीदरलैंड के रॉटरडम शहर में चल रहे वर्ल्ड पुलिस एंड फायर गेम्स में भी गगन पासवान ने नीदरलैंड में भारत का परचम लहराया था। उन्हें बैडमिंटन प्रतियोगिता में ब्रॉन्ज मेडल मिला था। दो महीने पहले भी गगन पासवान ने कनाडा में मैडल जीता था।
हिन्दुस्थान समाचार/अजय
/चंदा