पूर्ण संकल्प के साथ बिहार की गौरवशाली अतीत को पुन: स्थापित करें : विकास वैभव

 




सहरसा,02 दिसंबर (हि.स.)। लेट्स इंस्पायर बिहार युवा जनसंवाद कार्यक्रम शनिवार को गंगजला चौक स्थित देव रिसोर्ट में आयोजित किया गया।जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में पुलिस महानिरीक्षक विकास वैभव ने सैकड़ों छात्र युवाओं को शिक्षा समता और उद्यमिता के मुल मंत्र से संवाद किया। कार्यक्रम की शुरुआत उदधाटन दीप प्रज्ज्वलित कर संस्कृत पाठशाला महिषी के निदेशक शत्रुघ्न चौधरी और उनके वैद पाठी छात्रो द्वारा मंगलाचरण वैदिक उच्चारण के साथ किया गया। जन संवाद में बतौर मुख्य अतिथि पुलिस महानिरीक्षक विकास वैभव ने कहा कि जिस बिहार की गौरवशाली और समृद्ध अतीत सभी क्षेत्रों में रहा पांचवीं शताब्दी में गुप्त वंश के द्वारा नालंदा विश्वविद्यालय की नींव रखी गई। जहां विश्व के दर्जनों देशों के छात्र शिक्षा ग्रहण कर रहे थे।

बिहार में विक्रमशिला विश्वविद्यालय,योग विश्वविद्यालय समेत कई सारे धरोहर शामिल हैं। जो कि उस वक्त विश्व गुरु बना दिया था। चाणक्य के अर्थशास्त्र, और राजनीति शास्त्र, आर्यभट्ट की खगोलशास्त्र और गणितीय सिद्धांत ने बिहार को समस्त विश्व में गौरवान्वित किया। वहीं विश्व में प्रथम लोकतंत्र बिहार के वैशाली ने दिया। एलेक्जेंडर को बिहार के मगध साम्राज्य में पराजित होना पड़ा।आदिगुरु शंकराचार्य को वैदिक शास्त्रार्थ में बिहार के ही मिथिला में मंडन भारती के हाथों पराजय स्वीकार करना पड़ा। इतने पराक्रमी और विकसित बिहार आखिर किन कारणों से अभी समस्त रुप से पिछड़े रहा है।

पुलिस महानिरीक्षक विकास वैभव ने अपने कॉलेज लाइफ से लेकर आईआईटी एवं यूपीएससी क्वालीफाई कर भारतीय पुलिस सेवा तक की संघर्ष को बयां किया। उन्होंने कहा कि हमारे लिए चुनौती ही हमेशा सफलता का कारण रहा। श्री वैभव ने कहा कि हमें जातिवाद से ऊपर उठकर पूण: संकल्प लेना होगा कि हम अपने पूर्वजों की भूमि का पुनरुद्धार करें और बिहार की गौरवशाली अतीत को पुन स्थापित करें।विकास वैभव ने जन संवाद कार्यक्रम में आए हुए सभी छात्र-छात्राओं को संकल्प दिलाया कि पहले मैं बदलुंगा।बिहार बदलुंगा और अपने पूर्वजों के अतीत का पुनरुद्धार करूंगा।जन-संवाद कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बीएन मंडल विश्वविद्यालय के सीसीडिसी प्रो (डॉ) इम्तियाज अंजुम ने कहा कि बिहार सरकार ने पुलिस विभाग के अधिकारी के रूप में कार्यरत रहते हैं।समाज के लिए बदलाव हेतु दिन-रात मेहनत करने वाले विकास वैभव सच माइने में आज के बिहार के नायक हैं।वही इन से छात्र युवाओं को काफी उम्मीदें हैं। हम खुद में बदलाव लाए बगैर समाज में बदलाव नहीं ला सकते है।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए रमेश झा महिला कॉलेज के पूर्व प्राचार्य डॉ रेणु सिंह ने कहा कि हम समाज में जिस बदलाव को लाना चाह रहे हैं वह बदलाव पहले हमें खूद में लाना होगा। उन्होंने ने लेट्स इंस्पायर बिहार कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहा कि विकास वैभव लगातार सिविल सर्विस में कार्यरत रहते हुए भी समाजिक बदलाव के लिए जो अभियान चला रहे हैं। वह सच ही बेहद साहसी और सराहनीय है।

प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष जफर पयामी ने कहा कि लेट्स इंस्पायर बिहार एक अभियान नहीं बल्कि यह एक आंदोलन है जो समस्त बिहार में फैल चुका है। छात्र नेता मनीष कुमार ने कहा कोशी में पहली बार एक आईआईटियंस और आइपीएस अधिकारी के छात्र छात्राओं से सीधा संवाद होना सहरसा में सामाजिक और शैक्षणिक क्षेत्र में बदलाव कि शुरुआत है। यह जन आंदोलन गांव-गांव तक जाएगी और आने वाले समय में एक बृहद कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। युवा उद्यमी प्रभाकरण देव ने मिथिला के पारंपरिक पाग चादर से पुलिस महानिरीक्षक विकास वैभव का सम्मान किया। लेट्स इंस्पायर बिहार के सहरसा चैप्टर के अभिजीत सिंह ने कहा कि सहरसा के सभी प्रखंड एवं पंचायत में जन संवाद को ले जाने की कम हम लोगों के द्वारा की जाएगी एवं विकास वैभव के सोच को आम जनों तक पहुंचाना ही मुख्य उद्देश्य होगा। जनसंवाद का संचालन पीजी कैंपस सहरसा के अर्थशास्त्र की प्राध्यापिका डॉ प्रीती गुप्ता और शिक्षक सह समाजसेवी रोशन भगत ने संयुक्त रूप से किया।

कार्यक्रम के सफलता को लेकर लेट्स इंस्पायर्ड बिहार के सहरसा टीम प्रभाकरण देव,अभिजीत सिंह, मनीष कुमार, शालनी सिंह तोमर श्रीकांत राय, आकृति झा, अमित पाठक सिंकु आनंद, शिवम वर्मा, नैना सरकार सारिका सिंह, वैष्णवी सिंह ने अहम भूमिका निभाई। अंत में धन्यवाद ज्ञापन करते हुए रोटी बैंक के संस्थापक सदस्य रोशन मिश्रा ने कहां की सहरसा की धरती पर पहली बार शैक्षणिक सामाजिक एवं आधिकारिक तौर पर कार्य करने वाले सभी लोग एक मंच पर आकर समाज में बदलाव के लिए इस तरह की आयोजन कर दिखा दिया कि सहरसा में भी बदलाव की शुरुआत हो चुकी है।

हिन्दुस्थान समाचार/अजय/चंदा