जुवेनाइल एड सेन्टर ने सात बाल विवाह को रोका

 




पूर्वी चंपारण,10मई(हि.स.)। जिले के रक्सौल स्थित मनोकामना माई मंदिर में जुवेनाइल एड सेन्टर ने शुक्रवार को अक्षय तृतीया पर एक समुदाय विशेष द्धारा आयोजित बाल विवाह को रोका । इस कारवाई से कुल सात बाल विवाह को रोकने में सफलता मिली है।उक्त कारवाई जुवेनाइल एड सेन्टर एवं बाल विकास परियोजना आईसीडीएस रक्सौल ने एक साथ की है।

बताया गया कि अक्षय तृतीया पर होने वाले बाल विवाह रोक थाम हेतु सभी धार्मिक स्थल मनोकामना माई मंदिर रक्सौल, बनसप्ती माई मंदिर सेमरा, बैकुंठ धाम आदापुर, सत्पीप्रा शिव मंदिर, सती माई मंदिर रामगढवा पर टीम की नजर रखा गया। टीम मौके पर पहुंच कर उम्र सत्यापन का दस्तावेज़ देखा गया, जिसके बाद कर शादी का अगली प्रक्रिया की गयी। इस दौरान कुल सात जोडे वर-वधु को नाबालिग पाया गया।

प्रयास टीम के सदस्यो ने बताया कि विवाह मुक्त भारत अभियान के तहत अक्षय तृतीया पर होने वाले बाल विवाह पर नजर रखी जा रही थी। इस दौरान प्रयास संस्था के हेल्प लाइन पर सूचना मिली कि रक्सौल अनुमंडल क्षेत्र में एक समुदाय विशेष द्धारा बाल विवाह की तैयारी की जा रही है। जानकारी मिलते अनुमंडल पदाधिकारी सह बाल विवाह प्रतिषेध पदाधिकारी रक्सौल, एवम सम्बन्धित प्रखंड विकास पदाधिकारी सह बाल विवाह निषेध अधिकारी को सूचित कर प्रयास जुवेनाइल एड सेन्टर पूर्वी चम्पारण के सामुदायिक सामाजिक कार्यकर्ता द्वारा मौके पर पहुंच कर उक्त विवाह को रोका गया।इस दौरान पंचायत जन प्रतिनिधि के सहयोग से सभी अभिभावक से शपथ पत्र लिया गया कि जब तक लड़की का उम्र 18 वर्ष और लड़के का उम्र 21 वर्ष पार नहीं होता शादी नहीं करेंगे।

हिन्दुस्थान समाचार/आनंद प्रकाश/चंदा