सुप्रसिद्ध रंगकर्मी प्रसाद रत्नेश्वर को प.बंगाल के राजभवन ने किया सम्मानित
-नौ राज्यों के सांस्कृतिक विकास हेतु दिए गए सुझावों को मिली सराहना
पूर्वी चंपारण,22नवंबर(हि.स.)। जिले के सुप्रसिद्ध रंगकर्मी प्रसाद रत्नेश्वर को पश्चिम बंगाल के राजभवन ने सम्मानित किया है।
प्रसाद रत्नेश्वर चालीस वर्षों तक चम्पारण एवं पटना रंगमंच की सेवा करते हुए संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार द्वारा नामित होकर पूर्व क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र, कोलकाता के बोर्ड ऑफ गवर्नर्स की महत्वपूर्ण बैठक मे शामिल होने पश्चिम बंगाल के राजभवन पहुंचे,जहां राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने कोलकाता स्थित राजभवन में उन्हे सम्मानित किया।
चम्पारण महोत्सव के प्रणेता प्रसाद रत्नेश्वर बिहार सरकार की संगीत नाटक अकादमी में 14 वर्षों तक कार्यकारिणी के सदस्य रह चुके हैं।नाट्य-लेखन,अभिनय, निर्देशन एवं मंच-संचालन में दक्ष प्रसाद रत्नेश्वर के नाटक निलही कोठी, पटना टाइम्स, आदमख़ोर फ़ैसला, राजनीति का स्वांग, विदाउट स्क्रिप्ट को लोकप्रियता प्राप्त हुई है और इनके सैकड़ों मंचन हो चुके हैं। कविता एवं साहित्य में इनकी उपलब्धियाँ भी सराही गयी हैं।राजभवन, कोलकाता से मिले सम्मान एवं उपहार से अभिभूत प्रसाद रत्नेश्वर ने बताया की इज़ेडसीसी आच्छादित नौ राज्यों के सांस्कृतिक विकास हेतु दिए गए उनके सुझावों की प्रशंसा की गयी।
मौके पर आयोजित बोर्ड ऑफ गवर्नर्स की बैठक में राज्यपाल, संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार नई दिल्ली की संयुक्त सचिव, इज़ेडसीसी के निदेशक, बिहार, असोम, झारखण्ड, मणिपुर, ओडिशा, सिक्किम, त्रिपुरा, पश्चिम बंगाल एवं संघ शासित प्रदेश अंडमान-निकोबार द्वीप समूह के सचिव स्तर के आईएएस सरकारी पदाधिकारी और इन राज्यों से संस्कृति मंत्रालय द्वारा चुने गये बोर्ड ऑफ गवर्नर्स के एक-एक कलाविद सदस्य उपस्थित थे।
हिन्दुस्थान समाचार/आनंद प्रकाश/चंदा