मानसी-सहरसा रेलखंड के दोहरीकरण का प्रस्ताव रेलवे बोर्ड को समर्पित
सहरसा, 17 दिसंबर (हि.स.)। समस्तीपुर मंडल के मानसी-सहरसा रेलखंड को दोहरीकरण की नितांत आवश्यकता है। हालांकि इस रूट पर ट्रेनों की स्पीड की संख्या बढ़ाई गई है। किंतु सिंगल लाइन रहने के कारण एवं ट्रेनों की अधिकता रहने के कारण कई लंबी दूरी ट्रेनों को इस रेलखंड के स्टेशन पर घंटो रुकना पड़ता है। जिस कारण रेल यात्रियों को काफी मुसीबत का सामना करना पड़ता है।
ऐसे में सहरसा- मानसी रेलखंड का दोहरीकरण अति आवश्यक है। इसे देखते हुए महिषी निवासी सामाजिक कार्यकर्ता अमित आनंद ने रेलवे द्वारा सूचना के तहत जानकारी मांगी गई। यह रेलवे लाइन उत्तर बिहार के काम से कम 10 जिलों को का लाइफ लाइन भी है। इस रेलवे लाइन की दोहरीकरण कार्य का अभिलंब प्रारंभ कर दो वर्ष के भीतर पूर्ण कर एक बड़ी आबादी के जीवन को सुगम बनाया जा सकता है।
आनंद ने बताया कि समस्तीपुर मंडल द्वारा विस्तृत कार्य योजना प्रतिवेदन बनाकर रेलवे बोर्ड को भेजा गया है। यहां से स्वीकृति मिलते ही उक्त रेलखंड का दोहरीकरण काज प्रारंभ किया जाएगा।श्री आनंद ने बताया कि इस लहेरिया सराय-सहरसा रेल खंड की मंजूरी मिल गई है।आने वाले समय में सहरसा-लहेरिया सराय का सीधा संपर्क संभव हो सकेगा। इस रेलखंड के बनने से लोगों को काफी सहूलियत होगी।हालांकि अभी सरायगढ़ होकर काफी घुमाव के साथ रेल परिचालन हो रहा है लेकिन सहरसा-लहेरिया सराय डायरेक्ट रेल लाइन चालू होने पर 5 घंटे के बदले 1 घंटे में सफर पूरा किया जा सकेगा।
हिन्दुस्थान समाचार / अजय कुमार