नशे के खिलाफ पटना में अंजू बॉबी जॉर्ज के साथ दौड़े हजारों लोग

 




पटना, 17 दिसंबर (हि.स.)। नशे के खिलाफ पटना के गांधी मैदान में रविवार को मैराथन, हाफ मैराथन का आयोजन किया गया, जिसमें शहर के हजारों लोगों ने हिस्सा लिया। मैराथन में एथलेटिक्स अंजू बॉबी जॉर्ज के साथ 10 हजार धावकों ने नशामुक्ति का संदेश दिया।

आज के मैराथन का टैगलाइन रन फॉर नशामुक्त बिहार रहा। इसका मुख्य उद्देश्य नशामुक्त बिहार का संदेश देना था। फुल और हाफ मैराथन की शुरूआत सुबह 5.30 बजे से हुई, जिसके बाद 7 बजे से 10 किमी की दौड़ का आयोजन हुआ फिर 5 किमी की दौड़ सुबह 8.30 से आयोजित हुई। गांधी मैदान से गंगा पथ, अटल पथ होते हुए पानी टंकी फुट ओवरब्रिज तक दौड़ का आयोजन हुआ।

दौड़ में केन्या और इथोपिया के 12, देश के अन्य राज्यों से 500 और बिहार के 9500 धावक शामिल हुए। पहली बार आयोजित हो रहे पटना मैराथन में 42 किमी की दौड़ में करीब 200 धावक शामिल हुए। 21 किमी के हाफ मैराथन में करीब 800 धावक शामिल हुए। शेष धावक 10 किमी और 5 किमी की दौड़ में हिस्सा लिए।

अंजू बॉबी जॉर्ज ने कहा कि मुझे काफी खुशी हुई है। मैं दूसरी बार पटना आई हूं। युवाओं ने बढ़ चढ़कर इसमें हिस्सा लिया और एसबीआई के तरफ से यह काफी अच्छी पहल है। इसके लिए मैं एसबीआई को काफी धन्यवाद देना चाहती हूं। इस तरह का कार्यक्रम एसबीआई लगातार आगे भी करवाता रहे यही उनसे निवेदन है।

उन्होंने कहा कि बिहार सरकार की तरफ से भी नशा मुक्ति को लेकर काफी अच्छी पहल की गई है। हालांकि, यह एक दिन में संभव नहीं है लेकिन सरकार इसको लेकर सजग है और सरकार इसको लेकर काम कर रही है। यह काफी अच्छी बात है । मेरा मानना है कि नशा मुक्ति पुर देश में होनी चाहिए।

मौके पर मौजूद मध्य निषेध विभाग के मंत्री सुनील कुमार ने कहा कि एसबीआई के तरफ से भी यह अच्छी कोशिश की गई है। पिछले बार भी हाफ मैराथन की कार्यक्रम आयोजित करवाई गई थी। इस बार फुल मैराथन आयोजित हुआ है।

सुरक्षा की थी खास व्यवस्था

दौड़ के आयोजन को लेकर सुरक्षा के लिए 40 मजिस्ट्रेट के साथ 150 पुलिस जवानों की तैनाती की गई थी। ट्रैफिक पुलिस के 500 जवान, 75 तकनीकी ऑफिसर्स, 150 वॉलेन्टियर्स भी तैनात थे। 20 सहायता स्टेशन और सभी श्रेणियों के लिए लीड वेहिकल का प्रबंध मौके पर मौजूद था। मैराथन का आयोजन मद्यनिषेध, उत्पाद एवं निबंधन विभाग और एनईबी स्पोर्ट्स (एनईबी) के सहयोग से हुआ।

हिन्दुस्थान समाचार/ चंदा/चंद्र प्रकाश