बीएनएमयू में प्रशासनिक तानाशाही के खिलाफ एनएसयूआई ने की बैठक

 


सहरसा/मधेपुरा,27 फरवरी (हि.स.)।बीएनएमयू में व्याप्त प्रशासनिक तानाशाही, छात्रों का शोषण एवं अराजकता के खिलाफ मंगलवार को ठाकुर प्रसाद महाविद्यालय परिसर में मधेपुरा एनएसयूआई के जिलाध्यक्ष निशांत यादव की अध्यक्षता में बैठक हुई, जिसमे विश्वविद्यालय में आगामी आंदोलन की रणनीति पर चर्चा की।

एनएसयूआई जिलाध्यक्ष निशांत यादव ने कहा कि बीएनएमयू की स्थापना कोसी जैसे पिछड़े इलाके के गरीब किसान, मजदूर , वंचित आबादी को उच्च शिक्षा के लिए हुआ है लेकिन आज विश्वविद्यालय में कुछ संघी और मनुवादी तत्वों द्वारा विश्वविद्यालय में अपनी मनमानी और तानाशाही स्थापित कर छात्रों के शोषण करने का मंसूबा पाले हुए है । उन्होंने कहा की जिस प्रकार से बीएनएमयू कुलपति द्वारा छात्रों से मिलने का समय सप्ताह में एक दिन में केवल एक घंटा रखा है । यह सरासर तुगलकी फरमान है।बीएनएमयू कुलपति का व्यवहार तानाशाह जैसा हो गया है। विश्वविद्यालय के अधिकारियों से छात्रों के बीच दूरी के वजह से विश्वविद्यालय में घूसखोरी और भ्रष्टाचार का माहौल फैल चुका है । बीएनएमयू महान समाजवादी नेता भूपेंद्र नारायण मंडल के नाम पर बना है, जिन्होंने लोकतांत्रिक व्यवस्था में किसी भी प्रकार के तानाशाही,अफसरशाही का पुरजोर तरीके से विरोध दर्ज किया था । इस महान समाजवादी नेता के नाम पर बने विश्वविद्यालय में छात्रों का शोषण और विवि अधिकारियों का तानाशाही चलने नही दिया जाएगा।

हिन्दुस्थान समाचार/अजय/चंदा