तुष्टिकरण की राजनीति में अंधी नीतीश सरकार हिन्दुओं पर कर रही कुठाराघात : लाजवंती झा

 


सहरसा,29 नवंबर (हि.स.)।गठबंधन सरकार का मुस्लिम तुष्टिकरण की नीति बेहद शर्मनाक एवं निंदनीय हैं।तुगलकी एवं मुगलिया फरमान जारी कर नीतीश सरकार बिहार में छुट्टियों को लेकर लागू कर दिए हैं।वही दूसरे धर्म के पर्व त्योहार में छुट्टियों को बढ़ाना एवं हिन्दू धर्म के त्योहार में छुट्टियों की कटौती कर कुठाराघात कर रही है।उक्त बातें भाजपा महिला प्रकोष्ठ के निवर्तमान प्रदेश अध्यक्ष लाजवंती झा ने कही।

उन्होंने कहा कि ये कैसा न्याय है। रक्षाबंधन, जितिया, जन्माष्टमी,छठ, दुर्गापूजा इन सभी की छुट्टियों में कटौती करके नीतीश सरकार महिलाओं के प्रति अपराध ही नही बल्कि महिलाओं के प्रति असंवेदनशीलता की पराकाष्ठा दर्शा रही है। पहले भी उनके मंत्री लोग हिंदू धर्म के अपमान में कई असंवेदनशील एवं घृणित बयानबाजी कर चुके हैं। अब तो हद ही पार कर दिए कि हिंदू पर्व त्योहार की छुट्टी ही समाप्त कर दी गई।

झा ने कहा कि नीतीश कुमार ये सोच कर मुस्लिम वोटर को खुश करना चाहते हैं कि आने वाले समय में उनका वोट उन्हे मिलेगी,भ्रम में हैं नीतीश जी । वे न तो उनके थे न हैं न रहेंगे। परंतु जो दलित , पिछड़ा वोटर उनके थे।जिन महिला वोटर को आप अपनी बपौती समझते थे। वे जरूर उनके करतूत से आने वाले समय में उन्हें मुंह तोड़ जवाब देगी। महिला शिक्षिकाओं को,आंगनबाड़ी सेविका को, आशा कार्यकर्ता को अपने हक के लिए विरोध प्रदर्शन करने पर सड़क पर दौड़ा दौड़ा कर पीटते हैं।

वही पर्व त्योहार में छूटी काट कर उनको परेशानी में डालते हैं क्योंकि जितनी भी छुट्टी काटी गई है। सभी महिलाओं के लिए महत्वपूर्ण है। रक्षा बंधन पर वे साल में एक बार मायके जाने का अवसर तलाशती थी।जितिया जन्माष्टमी,दुर्गापूजा सभी में व्रत रखती है। इन सभी मां बहनों को निःसंदेह मानसिक रूप से प्रतारित करने का काम किया गया हैं। इन मन बहनों की आह ले डूबेगी नीतीश जी को ।वैसे भी नीतीश जी महिलाओं के सम्मान में ऐसा बयान सदन में दे चुके हैं कि कोई सोच भी नही सकता है।उनकी सरकार से उम्मीद ही क्या किया जा सकता है।दलित नेता जीतन राम मांझी जी के साथ सदन में उनका व्यवहार स्पष्ट दर्शाता है कि वे दलित विरोधी हैं।नीतीश सरकार महिला विरोधी, दलित विरोधी सबसे बढ़कर हिंदू विरोधी सरकार है ।सभी एकजुट होकर अब इनकी विदाई करेगी।उन्होंने कहा कि वो दिन दूर नही है।आने वाले चुनाव 2024 एवं 2025 में इनको जनता जवाब देगी एवं सत्ता से बाहर का रास्ता दिखायेगी।

हिन्दुस्थान समाचार/अजय

/चंदा