मंदिरों में पूजा अर्चना कर नववर्ष का शुभारंभ,मत्स्यगंधा मेला,नौका विहार व जेपी पार्क में उमड़ी भीड़
सहरसा,01 जनवरी (हि.स.)। इस वर्ष अंग्रेजी नववर्ष 2024 का लोगों ने सोमवार को अपने अपने तरीके से स्वागत किया ।कुछ लोग पिकनिक मनाने के लिए शहर से बाहर निकल गये। तो कुछ लोग विभिन्न मंदिरों में पूजा अर्चना कर नववर्ष का शुभारंभ किया।वहीं मत्स्यगंधा स्थित रक्तकाली मंदिर में श्रद्धालुओं की भारी भीड उमड पड़ी।साथ ही वहां लगे मेले एवं नौका विहार का लोगों ने जमकर लुफ्त उठाया। इनके अलावे बच्चों के साथ परिवार के सदस्यों ने जेपी उद्यान में भी पहुंच नए साल का लुफ्त उठाया।
नववर्ष सोमवार को होने से मांस, मछली, मुर्गा की बिक्री भी जमकर हुई।सुबह से ही लोग इन दुकानों पर खरीददारी के लिए अपनी बारी का इंतजार करते रहे। इन दुकानों पर भीड लगी रही। जो सायं तक लगा रहा। साल के पहले दिन शहर के मत्स्यगंधा मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पडी। मंदिर में सुबह से ही दर्शन करने के लिए श्रद्धालुओं की लम्बी कतारें लगी रही।
मंदिर प्रबंधन समिति व्यवस्थापक कुमार हीरा प्रभाकर व उपाध्यक्ष बलराम देव ने बताया कि श्रद्धालुओं की जुटने वाली भीड़ को देखते हुए मंदिर प्रबंधन कमिटी व जिला प्रशासन द्वारा पूर्व से ही सारी तैयारी की गयी थी। सुबह पांच बजे से मां काली सहित अन्य देवी देवताओं के दर्शन का सिलसिला शुरू हो गया था। मंदिर पट खुलने से पहले पूजा एवं आरती की गयी। उन्होंने कहा कि देर संध्या तक मंदिर का पट श्रद्धालुओं के लिए खुला रहेगा। जिससे श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की कठिनाई ना हो। वहीं लगे मेला का भी लोगों ने जमकर आनंद उठाया। जिसमें रंग बिरंगे झूले सहित बच्चों के खिलौने, बैलून, मिष्ठान्न, श्रृंगार प्रसाधन एवं अन्य दुकानों पर भीड लगी रही।
लोगो ने नौका विहार का भी जमकर लुफ्त उठाया।इसके अलावा शहरी क्षेत्र के कई अन्य मंदिरों महावीर मंदिर, शंकर चौक स्थित शिव मंदिर में नए साल के पहले दिन श्रद्धालुओं की भीड़ जुटी रही। वही दूसरी ओर शहर के जेपी उद्यान में पिकनिक मनाने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी।दिनभर यहां मेले जैसा माहौल बना रहा। परिवार के साथ लोगों ने जमकर नववर्ष का लुफ्त उठाया।
जयप्रकाश उद्यान लोगों के आकर्षण का केंद्र रहा। उद्यान के आगे लगे खोमचे की दुकानों पर लोगों की भीड लगी रही। वहीं उद्यान के भीतर बच्चों के मनोरंजन के लिए लगे विभिन्न प्रकार के झुले का बच्चों ने जकर आनंद लिया। लोग एक दूसरे को नववर्ष की बधाई देते रहे।
हिन्दुस्थान समाचार/अजय/चंदा