नेताजी सुभाष चन्द्र बोस पराक्रमी तेजस्वी थे : डॉ आलोक रंजन
सहरसा,23 जनवरी (हि.स.)।नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 127वीं जयंती मंगलवार को नेताजी सुभाष चौक पर आयोजित की गई।
छात्र नेता मनीष कुमार की अध्यक्षता और संजय सिंह माया के संचालन में नेताजी सुभाष चंद्र बोस 127 वी जयंती पर पुष्पांजलि अर्पित कर संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि और बिहार सरकार के पूर्व मंत्री सदर विधायक डॉ आलोक रंजन ने कहा नेताजी सुभाष चन्द्र बोस पराक्रमी और तेजस्वी,अद्भुत और अद्वितीय क्रांतिवीर थे। जिन्होंने विदेशी सरजमीं पर आजाद हिंद फौज की स्थापना कर गोरे फिरंगियों को छक्के छुड़ाने का काम किया।
उन्होंने कहा कि नेताजी हमेशा महात्मा गांधी को सम्मान पूर्वक महात्मा का उपाधि दिया। वही महात्मा गांधी ने सर्व प्रथम सुभाष चंद्र बोस को नेताजी का उपाधि दिया।आज के दौर में युवाओं को नेताजी सुभाष चंद्र बोस को आत्मसात कर उनके बताए हुए राह पर चलना चाहिए।नेताजी सुभाष चंद्र बोस संपूर्ण स्वतंत्रता संग्राम में क्रांति के अग्रदूत रहे हैं।
शिक्षक संघ सहरसा के वरिष्ठ नेता मिथलेश कुमार सिंह ने कहा नेताजी की संघर्ष और जीवनी हमेशा प्रसांगीक रहेगा। गुलाम हिन्दुस्तान में आईसीएस की परीक्षा पास करना किसी विलक्षण प्रतिभा का ही काम हो सकता है। लेकिन नेता जी ने उस दौर में भी सबसे कठिन प्रशासनिक परीक्षा के रूप में आईसीएस को निकाल खुद को साबित कर दिया। नेताजी जैसे व्यक्ति शताब्दी वर्ष में विरले ही आते हैं।
हिन्दुस्थान समाचार/अजय/गोविन्द