भारत नेपाल रेल यात्री सहजीकरण समिति ने दोनों देशों के पर्यटन संवर्धन को लेकर नेपाल के मंत्री को सौंपा ज्ञापन
अररिया 06दिसंबर(हि.स.)। भारत नेपाल रेल यात्री सहजीकरण समिति ने द्विदेशीय पर्यटन संवर्धन को लेकर नेपाल सरकार के कोशी प्रदेश पर्यटन वन तथा वातावरण मंत्री गणेश उप्रेती को सात सूत्री मांगों का ज्ञापन बुधवार को सौंपा। संस्था के अध्यक्ष राजेश कुमार शर्मा, प्रमुख सलाहकार महेश शाह स्वर्णकार,उपाध्यक्ष पवन शाह ने मंत्री को ज्ञापन सौंपा।
भारत नेपाल रेल यात्री सहजीकरण समिति के द्वारा दिए गए ज्ञापन पत्र को कोशी प्रदेश सरकार के पर्यटन वन तथा वातावरण मन्त्रालय के द्वारा बुधवार को ही सभी मांगों को बिंदुवार अमलीजामा पहनाने का आदेश निर्गत कर दिया।उन्होंने भारत नेपाल के बीच पर्यटन प्रवर्धन के लिए संयुक्त कमेटी गठन करने के साथ ही एक बैठक आयोजित करने की जिम्मेदारी रेल यात्री सहजीकरण समिति को दिया है।
संस्था के द्वारा नेपाल भारत प्रवेश द्वार मे भारत से नेपाल आने और नेपाल से भारत जाने वाले पर्यटक के लिए सार्वजानिक शौचालय का निर्माण करने, नेपाल-भारत सीमा मे बन रहे प्रवेश द्वार मे दोनों तरफ के सीमावर्ती क्षेत्र के धार्मिक सांस्कृतिक स्थल का कलाकृति रखने,कोशी प्रदेश को बिहार से सम्बन्ध विस्तार के लिए एक संयुक्त कमिटी का निर्माण करने, बिहार को अपनी कर्मभूमि बना राजनीति के धरोहर स्थल के रूप मे स्थापित जननायक बीपी कोइराला के जन्म दिवस मे बिहार की राजधानी पटना तथा कोसी प्रदेश में समन्वय के आधार पर राजकीय कार्यक्रम का आयोजन करने, भारत से नेपाल आने वाले पर्यटक के लिए सीमा मे बहुभाषिक साईन बोर्ड लगाने,विराट राजा के दरबार को महाभारत सर्किट से जोड पर्यटकीय रेल संचालन के लिए पहल करने,पर्यावरण संरक्षण के लिए क्रॉस बोर्डर वृक्षारोपण की मांग की गई।
पर्यटन वन तथा वातावरण मंत्री उप्रेती
ने कहा कि भारत और नेपाल के लोगों में भावनात्मक संबंध हैं और दोनों देशों की एक ही आत्मा है।नेपाल का नागरिक भारत समेत दुनिया के तमाम देशों में सबसे विश्वसनीय है। नेपाल हमेशा से ही भारत को अपना पारिवारिक सदस्य मानता रहा है।दोनों देशों के बीच आपसी विश्वास और भाईचारा सुदृढ़ है।सभी मांगे आम जन दोनो देश के मित्रता से जुड़ा है।वही
पर्यटन वन तथा वातावरण मंत्री उप्रेती ने कहा की दोनों देश के बीच समन्वय बैठक संस्था के द्वारा मंत्रालय मे रखा जाए,जिससे सभी मांगो को सलाह के अनुसार आगे दुर्त गति से किया जा सके।
हिन्दुस्थान समाचार/राहुल/चंदा