नौनिहालों को पोलियो की खुराक पिलाकर सिविल सर्जन ने की पल्स पोलियो अभियान की शुरुआत
किशनगंज,10दिसंबर(के.स.)। जिले में पांच दिन तक चलने वाले पल्स पोलियो उन्मूलन कार्यक्रम का शुभारंभ रविवार को सिविल सर्जन डा. कौशल किशोर ने शहर के खगड़ा मध्य विद्यालय वार्ड संख्या 22 में शिशुओं को पोलियो ड्रॉप पिलाकर किया।
यह अभियान 10 से 14 दिसंबर तक जिले के सभी प्रखंडों मे चलेगा। इस अवसर पर जिलाधिकारी तुषार सिंगला ने आमजनों से अपील करते हुए कहा पोलियो की दो बूंद बच्चों को पोलियो जैसे गंभीर रोग से बचाएगी। नवजात शिशुओं में विकलांगता होने के प्रमुख लक्षणों में से एक है पोलियो, जिससे ग्रसित होने पर शिशु उम्र भर के लिए लाचार हो जाता है। अभियान के तहत शत-प्रतिशत बच्चों का टीकाकरण सफलतापूर्वक संपन्न करना पहली प्राथमिकता है। यह हम सबकी नैतिक जिम्मेदारी है कि अपने और समुदाय के पांच वर्ष से कम आयु के नौनिहालों को पोलियो की दवा जरूर पिलाएं तथा स्वास्थ्य विभाग द्वारा चलाये अभियान को सार्थक कर पोलियो को जड़ से खत्म करें।
उन्होंने बताया कि दक्षिण-पूर्व एशिया समेत भारत को 2014 से ही पोलियो मुक्त घोषित किया गया है, पर आस-पड़ोस के देश जैसे पाकिस्तान, अफगानिस्तान आदि देश अभी भी पोलियो से ग्रसित हैं। वहां से आने वाले लोगों द्वारा यह भारत में भी फैल सकता है। इसलिए हमें सावधान रहना जरूरी है। जिसके लिए अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने जिले के निवासियों से अपील करते हुए कहा कि आपलोग अपने बच्चों के बेहतर स्वास्थ्य के लिए उन्हें पोलियोरोधी दवा पिलाकर अभियान को सफल बनाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएं।
उद्घाटन के दौरान सिविल सर्जन डा. कौशल किशोर, जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डा. देवेन्द्र कुमार, जिला कार्यक्रम प्रबन्धक डा. मुनाजिम, यूनिसेफ के एसएमसी एजाज अफजल, प्रखण्ड स्वास्थ्य प्रबंधक अजय कुमार एवं सीफार के जिला समन्वयक सहित कई अन्य पदाधिकारी मौजूद थे। सिविल सर्जन ने बताया कि पल्स पोलियो अभियान के दौरान जिले के करीब 3 लाख 42 हजार 938 बच्चों को दवा पिलाने के लक्ष्य के आलोक में 21,300 बायो वालेंट वैक्सीन प्राप्त की गयी है। इसके लिए घर-घर जाकर दवा पिलाने के लिए जिले में 1050 टीम बनाई गई हैं। जिसके द्वारा कुल 3 लाख 70 हजार 347 घरों में भ्रमण किया जाएगा। जिसके लिए कुल 927 हाउस टू हाउस टीम लगाई गई है।
चौक-चौराहों पर भी दवा पिलाने के लिए जिले में 90 ट्रांजिट टीम बनाई गई है। इसके अलावा बासा, ईंट भट्ठों व घुमंतू आबादी वाले क्षेत्रों में भी दवा की पहुंच बनाने के लिए 25 मोबाइल टीम तैयार की गई है। सभी टीम की निगरानी के लिए 315 सुपरवाइजर भी तैयार किए गए हैं। एक सुपरवाइजर द्वारा 3 टीम का निरीक्षण किया जाएगा।
जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डा. देवेंद्र कुमार ने बताया कि अभियान के दौरान पांच साल तक के सभी बच्चों को पोलियो की दवा पिलाने का लक्ष्य है। कोई बच्चा इससे वंचित नहीं रहे इसके लिये जरूरी तैयारियां की गयी हैं। अधिक से अधिक बच्चों को इस अभियान से जोड़ने के लिये शहर व गांव के व्यस्त चौक-चौराहे, बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन सहित भीड़-भाड़ वाले अन्य जगहों पर टीकाकरण दल की प्रतिनियुक्ति की गयी है। जो बाहर से आने-जाने वाले बच्चों को दवा पिलाने का काम करेंगे।
हिन्दुस्थान समाचार/धर्मेन्द्र/चंदा