राष्ट्रीय नाट्य समारोह : ''खामोश अदालत जारी है'' में दिखा भ्रुण हत्या जैसा संवेदनशील विषय
बेगूसराय, 13 दिसम्बर (हि.स.)। सांस्कृतिक गतिविधियों के केंद्र बिंदु दिनकर कला भवन बेगूसराय में रंग संस्था द प्लेयर्स एक्ट द्वारा आयोजित किए जा रहे चार दिवसीय राष्ट्रीय नाट्य समारोह रंग उत्सव 2023 के दूसरे दिन द प्लेयर्स एक्ट द्वारा विजय तेंदुलकर की रचना ''खामोश अदालत जारी है'' का मंचन भारतेंदु नाट्य अकादमी से प्रशिक्षित गुंजन सिंह के निर्देशन में मंचित किया गया।
मंचन के पूर्व द प्लेयर्स एक्ट द्वारा रंगमंच और कला के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए दिया जाने वाला प्रतिष्ठित भारतेंदु राष्ट्रीय रंग सम्मान राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय नई दिल्ली के निदेशक चितरंजन त्रिपाठी को तथा विनय चंद्र वर्मा राष्ट्रीय कला सम्मान राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय से प्रशिक्षित जाने-माने निर्देशक रणधीर कुमार को महापौर पिंकी देवी एवं अन्य अतिथियों ने सम्मिलित रूप से प्रदान किया।
दोनों को सम्मान के रूप में पुष्प गुच्छ, अंग वस्त्र, प्रतीक चिन्ह, प्रशस्ति पत्र एवं 11 हजार रुपये की सम्मान राशि संस्था द्वारा प्रदान किया गया। इसके बाद कार्यक्रम का उद्घाटन महापौर पिंकी देवी, पूर्व महापौर संजय कुमार सिंह, जदयू के पूर्व जिलाध्यक्ष भूमिपाल राय, आशीर्वाद रंग मंडल के सचिव अमित रौशन, आर्यभट्ट के निदेशक प्रो. अशोक कुमार सिंह अमर, दिलीप कुमार सिन्हा एवं विश्वरंजन कुमार सिंह राजू आदि ने दीप प्रज्वलित कर किया।
अपने उद्बोधन में महापौर पिंकी देवी ने दिनकर की धरती पर पूरे बेगूसराय की ओर से राष्ट्रीय नाटक विद्यालय के निदेशक चितरंजन त्रिपाठी और रणधीर कुमार का स्वागत एवं अभिनंदन किया। उन्होंने इस सम्मान के लिए बेगूसराय की धरती पर पहली बार आने के लिए उनका आभार व्यक्त किया। वहीं, आशीर्वाद रंग मंडल के सचिव अमित रोशन ने कहा कि चितरंजन त्रिपाठी के राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय के निदेशक बनने से बेगूसराय और देश के रंगकर्म को नई दिशा मिलेगी।
इसके बाद खामोश अदालत जारी है में एक शिक्षिका मिस बेनारे को केंद्र में रखकर अदालत की पृष्ठभूमि में मंचित इस नाटक में भ्रूण हत्या पर आधारित अति संवेदनशील विषय को लेखक ने बड़े ही मार्मिक ढंग से लिखा है। जिसे निर्देशक ने मंच पर प्रस्तुत करने में अपने निर्देशन कौशल का भरपूर इस्तेमाल किया। मिस बेनारे की भूमिका में सत्यकेती, सुखत्मे की भूमिका में कुंदन सिन्हा, काशीकर के किरदार में हरीश हरिऔध, मिसेज काशीकर की भूमिका में पायल जैसवाल ने शानदार अभिनय किया।
सामंत के रूप में अंकित राज, कार्णिक की भूमिका में गुंजन सिन्हा, पोंक्षे की भूमिका में मनीष राज, रोकड़े के किरदार में आदित्य वर्मा ने शानदार और असरदार अभिनय किया। प्रकाश परिकल्पना दीपक कुमार, संगीत संचालन सौरभ कुमार, मंच सज्जा रमन चंद्र वर्मा एवं वस्त्र विन्यास नेहा वर्मा का था। संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार के सहयोग से आयोजित कार्यक्रम का मंच संचालन युवा रंगकर्मी दीपक कुमार ने किया।
हिन्दुस्थान समाचार/सुरेन्द्र/गोविन्द