आपदा पूर्व तैयारी और प्रबंधन पर मीडियाकर्मियों की एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला
पटना, 28 नवम्बर (हि.स.)। बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के तत्वावधान में मंगलवार को आपदा पूर्व तैयारी व प्रबंधन विषय पर मीडियाकर्मियों की एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन ज्ञान भवन में किया गया। कार्यक्रम में एसडीआरएफ ने भूकंप तथा आग जैसी आपदा से बचने के लिए मॉक ड्रिल का आयोजन किया।
वरिष्ठ पत्रकार पुष्यमित्र ने बाढ़ आपदा में मीडिया कर्मियों का दायित्व क्या है? इस विषय पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि मीडिया कर्मी बाढ़ से पूर्व सरकार की तैयारियों की रिपोर्टिंग करें तो आपदा को बहुत कम किया जा सकता है। मनीषा प्रकाश, सहायक अध्यापक, आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय ने कहा कि आपदा सापेक्ष गलत और भ्रामक जानकारी के प्रति पत्रकारों का सजग रहना होगा। उन्होंने मीडिया कन्वर्जेंस को व्याख्यायित करते हुए कहा कि भौगोलिकीकरण के युग में फेक न्यूज़ से बचकर आपदा सापेक्ष जन जागरुकता पर कार्य करना चाहिए।
आईआईटी, पटना के कंप्यूटर विभाग के अध्यक्ष राजीव कुमार मिश्रा ने प्राधिकरण के सहयोग से नव तकनीक के माध्यम से निर्माण किए जा रहे आपदा पूर्व सूचना देने वाले टूल के बारे में जानकारी मीडिया कर्मियों से साझा की। सदस्य मनीष कुमार वर्मा ने प्राकृतिक आपदा को हेजार्ड की संज्ञा दी तथा कहा कि जब यह आपदा सघन आबादी को प्रभावित कर ले तब यह डिजास्टर की श्रेणी में आ जाता है। इसलिए यह जरूरी है कि समाज को जागरूक बनाया जाए।
सदस्य पीएन राय ने कहा कि मीडिया का प्रमुख दायित्व है कि समाज में आपदा बचाव से तरीकों के प्रति जन जागरूक करें। सरकार द्वारा बनाई गई नीतियों को समाज तक मीडिया ही पहुंचा सकता है। उन्होंने समाज को आपदा के प्रति जागरूक बनाने में प्राधिकरण की मुहिम में साथ आने के लिए मीडिया से अपील की। उपाध्यक्ष डॉ. उदय कांत ने मीडिया कर्मियों को स्वस्थ जीवन जीने तथा मानसिक तनाव को कम करते हुए वर्तमान में जीने के लिए उत्साहित किया। साथ ही कार्य स्थल पर तनाव को कम करने संदर्भ में जानकारी साझा की।
विभिन्न मीडिया संगठनों के प्रतिनिधि इस कार्यक्रम में उपस्थित रहे।
हिन्दुस्थान समाचार/ गोविन्द/चंद्र प्रकाश