दसवें मिथिला संस्कृति महोत्सव में मैथिली गायक संजीव कश्यप हुए सम्मानित
सहरसा,21 नवंबर (हि.स.)।जिले के सत्तरकटैया स्थित लक्ष्मीनिया गांव में तीन दिवसीय मिथिला संस्कृति महोत्सव सह विद्यापति पर्व समारोह का आयोजन किया गया। इसमें कार्यक्रम के प्रथम सत्र में मैथिली साहित्यिक परिचर्चा दूसरे सत्र में कवि गोष्ठी एवं उद्घाटन सत्र तथा तीसरे सत्र में सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर मैथिली गायको में रामबाबू झा, रानी झा, शांभवी कुमारी, प्रिया कुमारी, बबलू नारायण, कहरा धबौली निवासी संजीव कश्यप को सम्मानित किया गया। इस मौके पर संजीव कश्यप को प्रखंड प्रमुख सिन्धु कुमारी व पूर्व मुखिया अरविंद कुमार यादव द्वारा मिथिला विभूति सम्मान से भी सम्मानित किया गया है।
संजीव कश्यप ने कहा कि विद्यापति सांस्कृतिक परिसर लक्ष्मीनिया द्वारा विगत 10 वर्षों से संस्कृति पर्व समारोह का आयोजन किया जा रहा है। इसके लिए इस परिसर की जमीनदाता देवनाथ यादव तथा मिथिला के दशरथ मांझी भोगेंद्र शर्मा के प्रति आभार व्यक्त किया।उन्होंने कहा कि अपने गृह जिले में सम्मानित होना बहुत ही सुखद है।
उन्होंने कहा कि अब तक दिल्ली मुंबई सहित अनेक महानगरों में मैथिली मंच पर अपनी गायकी प्रस्तुत किया है लेकिन यहां आकर मुझे बहुत ही आनंद मिलता है। वही सम्मान समारोह के बाद मैथिल गायको ने मैथिली गीत के माध्यम देर रात तक दर्शकों का मन मोहा।कार्यक्रम की शुरुआत जय जय भैरवी एवं दीप प्रज्वलन के साथ किया गया। इस अवसर पर विराट नगर नेपाल से आए प्रवीण नारायण चौधरी ने भी इस कार्यक्रम को ऐतिहासिक एवं अपने संस्कृति के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए सार्थक प्रयास बताया।
मिथिला की हृदय स्थली लक्ष्मीनिया आकर अलौकिक आनंद का अनुभव हुआ।वहीं श्रीमती वंदना चौधरी ने अपने कविता के माध्यम से इस कार्यक्रम में नई ऊर्जा प्रदान की उन्होंने अपनी कविता के माध्यम से मैथिल समाज को एकता के सूत्र में अपने भाषा के संरक्षण एवं संवर्धन को लेकर जागरूक रहने का संदेश दिया।
हिन्दुस्थान समाचार/अजय
/चंदा