लोकसभा चुनाव : विरोधियों की झंझावात में ताल ठोंक रहे राजग उम्मीदवार रामप्रीत मंडल

 


पटना/मधुबनी, 14 अप्रैल (हि.स.)। जिला के झंझारपुर लोक सभा क्षेत्र में विरोधियों की झंझावात के बीच राजग उम्मीदवार का चुनावी तैयारी परवान पर है। राजग के जदयू निवर्तमान सांसद रामप्रीत मंडल सोमवार को नामांकन दाखिल की तैयारी में दमखम से बैनर पोस्टर के साथ तैयारी में जुटे हैं।

जदयू शिक्षा प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष डॉ. संजीव कुमार झा ने बताया कि झंझारपुर संसदीय क्षेत्र के चुनावी इतिहास अलग रहा है। यहां से अद्यतन छह बार यादव, पांच बार अति पिछड़ा व दो बार ब्राह्मण उम्मीदवार चुनाव जीते हैं, जिसमें एक बार भाजपा के वीरेन्द्र चौधरी चुनाव जीते हैं। 18वीं लोकसभा चुनाव की अधिसूचना जारी होने के बाद से झंझारपुर के जागरूक मतदाता की चुप्पी परखना मुश्किल है।

चुनाव आयोग ने देश भर में सात चरणों में लोकसभा का चुनाव की तिथि निर्धारित की है। मधुबनी जिला के दो लोकसभा क्षेत्र में झंझारपुर व मधुबनी में चुनाव होना है। झंझारपुर लोकसभा क्षेत्र में छह विधानसभा क्षेत्र आते हैं। झंझारपुर लोकसभा क्षेत्र का चुनाव तीसरे चरण में 7 मई को है। शुक्रवार 12 अप्रैल से झंझारपुर लोकसभा क्षेत्र के लिए नामांकन की प्रक्रिया प्रारंभ हो चुकी।

झंझारपुर लोकसभा क्षेत्र का गठन 1972 में हुआ। इससे पूर्व यह मधुबनी लोकसभा क्षेत्र में ही आता था। पहली बार यहां 1972 में कांग्रेस के कद्दावर नेता डॉ जगन्नाथ मिश्रा झंझारपुर लोकसभा क्षेत्र से विजयी हुए। झंझारपुर लोकसभा क्षेत्र में अति पिछड़ों एवं यादव प्रत्याशियों का दबदबा रहा है। इस वर्ष इंडिया गठबंधन एवं एनडीए प्रत्याशियों के बीच सीधा मुकाबला बताया जा रहा है। एनडीए गठबंधन से इस वर्ष जदयू के खाते में झंझारपुर सीट गई है। इंडिया गठबंधन से मुकेश सहनी की पार्टी वीआईपी के हिस्से में यह सीट आई है। जदयू से निवर्तमान सांसद रामप्रीत मंडल उम्मीदवार बनाए गए हैं। संसदीय क्षेत्र गठन के बाद अद्यतन तेरह बार झंझारपुर लोकसभा का चुनाव हो चुका।

झंझारपुर लोकसभा क्षेत्र में अति पिछड़ा जाति के मतदाताओं का वोट 35 प्रतिशत सबसे अधिक है। 20 प्रतिशत मतदाता यादव जाति व चौबीस प्रतिशत मतदाता ब्राह्मण समाज से हैं। लगभग 13 प्रतिशत दलित समाज के मतदाता हैं। यहां पर सबसे अधिक पांच बार देवेंद्र प्रसाद यादव ने विभिन्न दलों से चुनाव जीता।झंझारपुर लोकसभा क्षेत्र में सबसे अधिक पांच बार देवेंद्र प्रसाद यादव सांसद पद पर चुने गए, जबकि दो बार धनिक लाल मंडल यहां के सांसद रह चुके हैं।

झंझारपुर से अब तक के सांसद की फेहरिस्त लंबी है। 1972 में डॉ. जगन्नाथ मिश्रा, 1977 में बीएलडी पार्टी से धनिक लाल मंडल, 1980 में जेएनपी (एस) पार्टी से धनिक लाल मंडल चुनाव जीते। इंदिरा गांधी की मौत के बाद कांग्रेस की लहर में 1984 में कांग्रेस पार्टी से गौड़ी शंकर राजहंस विजयी हुए। वर्ष 2014 में भाजपा से वीरेंद्र कुमार चौधरी, 2019 में जदयू से राम प्रीत मंडल यहां से भारी मतों से चुनाव जीते।

वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव में झंझारपुर संसदीय क्षेत्र में राजग गठबंधन के उम्मीदवार रामप्रीत मंडल चुनावी मैदान में हैं। झंझारपुर संसदीय क्षेत्र में कुल 19,8,6590 मतदाताओं में पुरुषों की संख्या 10,36,753 और महिला मतदाताओं की संख्या 9,49,749 व थर्ड जेंडर की संख्या 88 है।

हिन्दुस्थान समाचार/गोविन्द /सुनीत