लोक अदालत में बैंकों ने वसूले साढ़े चार करोड़ से अधिक, 586 अपराधिक मुकदमों का हुआ निष्पादन
बेगूसराय, 09 दिसम्बर (हि.स.)। राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण एवं बिहार राज्य विधिक सेवा प्राधिकार के निर्देश पर शनिवार को जिला विधिक सेवा प्राधिकार द्वारा राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया। जिसका उद्घाटन प्राधिकार के अध्यक्ष-सह-प्रभारी जिला एवं सत्र न्यायाधीश आलोक कुमार कुमार पांडेय एवं सचिव मंजूश्री कुमारी ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया।
राष्ट्रीय लोक अदालत में विभिन्न बैंकों ने 15 सौ खाताधारकों से कुल चार करोड़ 63 लाख 84 रूपये की वसूली की। जबकि विभिन्न न्यायालयों में चल रहे 586 अपराधिक मुकदमा, एमएसिटी के दस, श्रम अधिनियम के छह, बिजली विभाग से संबंधित 97, मैट्रिमोनियल के एक, फॉरेस्ट एवं सिविल से संबंधित 67 सर्टिफिकेट एवं बीएसएनएल के 1531 मुकदमों का समझौता के आधार पर निष्पादन किया गया।
विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव-सह-अपर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी मंजूश्री कुमारी द्वारा मुकदमों के निष्पादन के लिए 17 पीठों का गठन किया गया था। इस राष्ट्रीय लोक अदालत को सफल बनाने के लिए 16 न्यायाधीशों, 16 पैनल अधिवक्ता एवं 16 पीएलवी को विभिन्न न्यायालयों में प्रतिनियुक्त किया गया था। राष्ट्रीय लोक अदालत कार्य को संचालन करने में सभी न्यायाधीश, जिला वकील संघ, पैनल अधिवक्ता एवं पीएलवी लगे रहे।
हिन्दुस्थान समाचार/सुरेन्द्र/चंदा