मुख्यमंत्री ने 107.87 करोड़ की परियोजना का उद्घाटन एवं 405.52 करोड़ की योजना का किया शिलान्यास

 


कटिहार, 16 अक्टूबर (हि.स.)। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बुधवार को कटिहार जिले के बरारी प्रखंड अंतर्गत लक्ष्मीपुर पंचायत से एक साथ कई परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। जिसमें 107.87करोड़ की लागत से बना 52 परियोजना का उद्घाटन, 405.52 करोड़ की लागत से बनने वाली 182 योजना का शिलान्यास किया।

मुख्यमंत्री ने सभी योजनाओं का उद्घाटन एवं शिलान्यास कार्यक्रम स्थल बरारी के लक्ष्मीपुर से ही रिमोट कंट्रोल के माध्यम से किया। मुख्यमंत्री ने गंगा एवं कटाव से विस्थापित 5100 सौ परिवारों के बीच बासगीत पर्चा वितरण समारोह का शुभारंभ किया।

इस अवसर पर प्रदेश के जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी, मंत्री नीरज सिंह बबलू, लेसी सिंह, पूर्व उपमुख्यमंत्री सह कटिहार सदर विधायक तारकिशोर प्रसाद, बरार विधायक विजय सिंह निषाद, कोढ़ा विधायक कविता पासवान, प्राणपुर विधायक निशा सिंह, एमएलसी अशोक अग्रवाल उपस्थित तब।

मुख्यमंत्री ने जिन परियोजनाओं का उद्घाटन किया उनमें ग्रामीण कार्य विभाग के द्वारा 14 ग्रामीण क्षेत्रों में 47.62 करोड़ की लागत से बना सड़कों का निर्माण, सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा 5.23 करोड़ की लागत से बना एक जिला अतिथिगृह का अतिरिक्त भवन, नियोजन एवं प्रशिक्षण निदेशालय (श्रम संसाधन विभाग) द्वारा 5.93 करोड़ की लागत से महिला आईटीआई में टैक लैब एवं वर्कशॉप (सेंटर ऑफ एक्सीलेंस), योजना एवं विकास विभाग द्वारा 0.997 करोड़ की लागत से संयुक्त योजना भवन, पंचायती राज विभाग द्वारा 38.56 करोड़ की लागत से 11 पंचायत सरकार भवन एवं अन्य, बिहार पुलिस भवन निर्माण निगम द्वारा 9.53 करोड़ की लागत से तीन मॉडल थाना शामिल है।

मुख्यमंत्री ने जिन योजनाओं का शिलान्यास किया उनमें ग्रामीण कार्य विभाग के द्वारा 47 ग्रामीण क्षेत्रों में 53.23 करोड़ की लागत से सड़कों का निर्माण, पंचायती राज विभाग द्वारा 213.50 करोड़ की लागत से 70 पंचायत सरकार भवन एवं अन्य, पशु एवं मतस्य संसाधन विभाग द्वारा 11.13 करोड़ की लागत से जिला पशुपालन कैम्पस में जिला स्तरीय संसाधन एवं प्रशिक्षण केंद्र का भवन एवं

बिहार पुलिस भवन निर्माण निगम द्वारा 19.80 करोड़ की लागत से 13 मॉडल थाना एवं अन्य का शिलान्यास शामिल है।

मुख्यमंत्री ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि आज के कार्यक्रम में पांच हजार से भी ज्यादाकटाव पीड़ित परिवारों को जमीन का पर्चा दिया जा रहा है। कटिहार में स्वंय सहायता समूह से जुड़ी जीविका दीदियों को आगे काम बढ़ाने के लिए 150 करोड़ से ज्यादा की सहायता राशि उपलब्ध कराई जा रही है। सतत जीविकोपार्जन योजना के अंतर्गत लगभग 900 परिवारों को अपना रोजगार शुरू करने के लिए लगभग चार करोड़ रुपये की राशि दी जा रही है।

उन्होंने कहा कि कटिहार जिले में गंगा एवं कोशी नदियों के कटाव के कारण विस्थापित परिवारों को रहने हेतु भूमि उपलब्ध नहीं होने की बात बताई गई थी। मुझे संतोष है कि सभी समस्याओं का निराकरण किया जा रहा है।

बाढ़ प्रभावित लोगों की खाने एवं उनके पशुओं की चारे की व्यवस्था की जा रही है। उन्होंने कहा कि ये सब पहले नही होता था। 2005 से जब बिहार में एनडीए की सरकार बनी है तब से एक एक समस्याओं का समाधान किया जा रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा राज्य के खजाने पर पहला अधिकार आपदा पीड़ितों का है। साढ़े सात हजार रुपये प्रति परिवार की दर से पूरे राज्य में साढ़े सात लाख परिवारों को 532 करोड़ की राशि पटना से ही सीधे उनके खाते में भेजी गई है। लेकिन जब कटिहार जिला में देखते हैं तो 66 हजार से भी अधिक परिवारों को 46 करोड़ रुपये की राशि भेजी गई है। इस राशि से बाढ़ पीड़ितों को काफी राहत मिलेगी।

नीतीश कुमार ने कहा कि आपदा प्रबंधन विभाग के अधिकारियों को यह भी निर्देश दिया गया है कि जिन किसानों की फसलों का नुकसान बाढ़ के कारण हुआ है उन्हें चिन्हित कर फसल क्षति का मुआवजा दिवाली से पहले उनके खाते में भेज दिया जायेगा।

मुख्यमंत्री ने बरारी, कुर्सेला और समेली में नये प्रखंड कार्यालय में अंचल कार्यालय बनाने को लेकर अधिकारियों को कार्रवाई करने का आदेश दिया। साथ ही बरारी प्रखंड के देवरा घाट के नजदीक पुल बनाने के संबंध में भी अधिकारियों को आवश्यक कार्रवाई करने का आदेश दिया।

---------------

हिन्दुस्थान समाचार / विनोद सिंह